सोर्स न्यूज़ - आज तक
बिहार। बिहार में शराब की बिक्री और सेवन को रोकने के लिए पुलिस ने एड़ी चोटी का जोर लगा दिया है. लेकिन शराब पीने के शौकीन लोग इसे पीने और बेचने का कोई न कोई नया तरीका निकल ही लेते हैं. अब हाजीपुर में किताबों के बीच शराब रख कर होम डिलीवरी करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है. इस बात का खुलासा तब हुआ जब पुलिस को गुप्त सूचना के आधार पर चेकिंग के दौरान एक छात्र के बैग से शराब की बोतलें मिलीं.
पता चला कि इस गिरोह में कई अन्य छात्र भी शामिल हैं, जिनकी तलाश में पुलिस जुटी है. जानकारी के मुताबिक, पकड़ा गया युवक पटना के नामी IAS कोचिंग इंस्टिट्यूट में पढ़ाई करता है. यह छात्र दिन के उजाले में बीपीएससी (BPSC) की तैयारी पटना के एक कोचिंग इंस्टिट्यूट से करता है और रात होते ही हाजीपुर में शराब की डिलीवरी करता है. युवक का नाम आशुतोष राज है जो सोनपुर का रहने वाला है. इसे टीम ने शराब की बोतलों के साथ पकड़ा है, जो एक बैग में रखकर स्कूटी से हाजीपुर डिलीवरी देने आया था.
उत्पाद विभाग के द्वारा पकड़े जाने के बाद आरोपी आशुतोष राज पहले तो फूट-फूट कर रोने लगा और फिर उसने बताया कि वह बेहद गरीब है. अपनी पढ़ाई को पूरा करने के लिए वह दोस्तों के झांसे में आकर शराब बेचने के धंधे में लग गया था. उसने उत्पाद विभाग को यह भी बताया था कि छपरा में जहरीली शराब कांड के बाद पुलिस ज्यादा सक्रिय है, इसलिए वह छपरा से शराब लेकर हाजीपुर बेचने आया था. उत्पाद इंस्पेक्टर अजित कुमार ने बताया कि इसके अलावा कुछ और भी छात्र हैं, जो पढ़ाई के साथ-साथ किताबों के बीच बैग में शराब रखकर होम डिलीवरी करते हैं. इनकी गिरफ्तारी के लिए प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार युवक पटना के बोरिंग रोड स्थित एक नामी आईएएस कोचिंग संस्थान में बीपीएससी की तैयारी करता है और साथ ही शराब की डिलीवरी का भी काम करता है. हालांकि, गिरफ्तार युवक ने उत्पाद विभाग की टीम को बताया कि आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण वह कुछ दोस्तों के कहने पर इस धंधे में आया. फिलहाल पुलिस मामले में जांच कर रही है.