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पीआरएसयू : पीएचडी 4 जिलों नए शैक्षिक सत्र से 11 कॉलेजों में होगी शुरू

Teja
23 Jan 2022 11:01 AM GMT
पीआरएसयू : पीएचडी 4 जिलों नए शैक्षिक सत्र से 11 कॉलेजों में होगी शुरू
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प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भय्या) विश्वविद्यालय के संबद्ध मंडल के 11 राजकीय कॉलेजों में नए शैक्षिक सत्र 2022-23 से पहली बार पीएचडी शुरू होगी।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भय्या) विश्वविद्यालय के संबद्ध मंडल के 11 राजकीय कॉलेजों में नए शैक्षिक सत्र 2022-23 से पहली बार पीएचडी शुरू होगी। चारों जनपद (प्रयागराज, कौशाम्बी, फतेहपुर और प्रतापगढ़) के इन 11 कॉलेजों में 18 विषयों में शोध कराया जाएगा। कॉलेजों में शोध सेंटर स्थापित करने के लिए विश्वविद्यालय ने आवेदन मांगा था। प्रयागराज के राजकीय पीजी कॉलेज सैदाबाद और हेमवती नंदन बहुगुणा कॉलेज नैनी में पीएचडी शुरू होगी। राजकीय पीजी कॉलेज में 9 और हेमवती में 11 विषयों में पीएचडी शुरू करने के लिए आवेदन किया गया है।

विश्वविद्यालय प्रशासन ने रिसर्च सेंटर स्थापित करने के लिए निरीक्षण कमेटी का गठन किया है। कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर विश्वविद्यालय कॉलेजों को रिसर्च शुरू करने की अनुमति प्रदान करेगा। कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार सिंह ने कहा कि उम्मीद है कि कॉलेजों में रिसर्च शुरू करने के लिए सीटों की संख्या तय कर मई में आवेदन के लिए नोटिफिकेशन जारी हो जाएगा।
रिसर्च सेंटर को किया है आवेदन
कुलपति प्रो. सिंह ने बताया कि मंडल के 11 राजकीय कॉलेजों ने रिसर्च सेंटर खोलने के लिए आवेदन किया है। प्रयागराज के राजकीय पीजी कॉलेज सैदाबाद, हेमवती नंदन बहुगुणा राजकीय कॉलेज नैनी, हेमवती नंदन बहुगुणा राजकीय कॉलेज लालगंज प्रतापगढ़, मदनमोहन मालवीय पीजी कॉलेज काला कांकर प्रतापगढ़, एमडी पीजी कॉलेज प्रतापगढ़, पीजी कॉलेज प्रतापगढ़ पट्टी, पीबी कॉलेज प्रतापगढ़, राजकीय महिला पीजी कॉलेज फतेहपुर, महात्मा गांधी पीजी कॉलेज फतेहपुर, आंबेडकर गर्ल्स पीजी कॉलेज फतेहपुर और स्वामी के महराज पीजी कॉलेज कौशांबी ने आवेदन किया है।
18 विषयों में कराई जाएगी पीएचडी
प्रो. सिंह ने बताया कि परिसर में संचालित दस परास्नातक पाठ्यक्रम हिन्दी, संस्कृत, प्राचीन इतिहास, भूगोल, समाजशास्त्र, अर्थशास्त्र, राजनीति विज्ञान, दर्शनशास्त्र, रक्षा अध्ययन, वाणिज्य इसके अलावां आठ नए पाठ्यक्र (जन्तु विज्ञान, वनस्पति विज्ञान, भौतिक, रसायन, गणित, शिक्षाशास्त्र,गृह विज्ञान और अंग्रेजी) में शोध शुरू होगा। प्रो. सिंह ने यह भी बताया कि परिसर में संचालित होने वाले परास्नातक के दस विषयों के लिए पहले कॉलेज के शिक्षकों से आवेदन मांगे जाएंगे। इसके लिए तैयारी पूरी कर ली गई है।


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