शिमला। नए साल के आगाज के साथ प्रदेश में पेट्रोल-डीजल संकट गहरा सकता है। ट्रक चालकों की हड़ताल के चलते प्रदेश में पेट्रोल डीजल की सप्लाई प्रभावि हो रही है। ऐसे में अगर जल्द ही ट्रक चालकों की हड़ताल खत्म न हुई, तो प्रदेश में 24 घंटे के भीतर पेट्रोल पंप ड्राई हो सकते हैं। ट्रक …
शिमला। नए साल के आगाज के साथ प्रदेश में पेट्रोल-डीजल संकट गहरा सकता है। ट्रक चालकों की हड़ताल के चलते प्रदेश में पेट्रोल डीजल की सप्लाई प्रभावि हो रही है। ऐसे में अगर जल्द ही ट्रक चालकों की हड़ताल खत्म न हुई, तो प्रदेश में 24 घंटे के भीतर पेट्रोल पंप ड्राई हो सकते हैं। ट्रक चालक केंद्रीय कानून का विरोध कर रहे हैं, जिसमें केंद्र सरकार ने हिट एंड रन के मामले में 10 साल की सजा व सात लाख के जुर्माने का विरोध किया जा रहा है। आईओसीएल ऊना और नालागढ़ के एचपी डिपो से टैंकर्स की फिलिंग नहीं हो रही है। रविवार को नालागढ़ के एचपी डिपो से टैंकर्स की फिलिंग नहीं की गई। वहीं, इंडियन आयल के ऊना डिपो से शनिवार से पेट्रोल-डीजल की आपूर्ति बंद हो गई है। ट्रक चालकों की हड़ताल के चलते प्रदेश के पेट्रोल पंप ड्राई होने के कगार पर हैं।
प्रदेश के नूरपुर में भी रविवार को ट्रक चालकों ने हड़ताल कर केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदेश के पंप ऑपरेटरों का कहना है कि अगर जल्द ही पेट्रोल और डीजल की सप्लाई शुरू न हुई तो अगले 24 घंटे के भीतर पंप ड्राई हो सकते हैं, क्योंकि प्रदेश के ऊना जिला के आईओसीएल डिपो की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रही। ऐसे में प्रदेश में इंडियन आयल के पंप सोमवार सुबह तक ड्राई हो सकते हैं। आईओसीएल के ऊना डिपो से पीक सीजन में रोजाना औसतन 200 से 250 टैंकर विभिन्न जगहों पर पेट्रोल और डीजल की सप्लाई लेकर भेजे जाते हैं। आईओसीएल के ऊना डिपो से पिछले दो दिन से पंपों पर डीजल व पेट्रोल की सप्लाई नहीं हो रही है। वहीं, नालागढ़ और नुरपुर में भी ट्रक चालकों ने हड़ताल शुरू कर दी है।