बाड़मेर। सरहदी बाड़मेर के इंजीनियरिंग कॉलेज में 5 छात्रों के साथ मारपीट का सनसनीखेज मामला सामने आया है. घटना 9 मार्च की है इसके बाद से इन पांचों इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स दहशत में हैं. बीटेक तृतीय वर्ष के पेट्रोलियम इंजीनियरिंग के छात्र योगेंद्र सिंह, सुखदेव पंवार, श्यामवीर, रिषभ सोनी और प्रियांश नामक छात्रों पर चोरी का आरोप लगाते हुए कॉलेज के प्रोफेसर देव सिंह, व्याख्याता भंवर स्वामी और सब रजिस्ट्रार भैरू सिंह चौहान ने बड़ी बेरहमी से मारपीट करने के साथ जान से मारने की धमकी भी दी है.
एक पीड़ित छात्र ने मारपीट के डर के चलते आत्महत्या करने की कोशिश भी की है, मामले में अभी तक पुलिस के पास किसी भी तरह की कोई जानकारी नहीं होना समझ से परे है. इस घटना की जानकारी 4 दिन बाद अज्ञात व्यक्ति द्वारा छात्रों के परिजनों को दिए जाने के बाद परिजन बाड़मेर पहुंचे और छात्रों से मिले. इस मामले के एक पीड़ित ने आत्महत्या करने की भी कोशिस की, लेकिन पूरे घटनाक्रम में सबसे संदेहास्पद यह है कि इंजीनियरिंग कॉलेज प्रशासन ने कॉलेज से महज चंद कदमों की दूरी पर स्थित ग्रामीण थाने तक को भी जानकारी नही दी गई.
कॉलेज प्रशासन ने छात्रों के साथ मारपीट करने वालों के खिलाफ कार्रवाई के नाम पर कुछ भी नही किया, उल्टे छात्रों को हॉस्टल से सस्पेंड कर दिया. अब मजबूरी पीड़ितों को बाहर किराये पर रहना पड़ रहा है. ना ही पीड़ितों का कोई मेडिकल हुआ और ना ही इनके मामले पर पुलिस में कोई रिपोर्ट दी गई. पीड़ितों के मुताबिक, उन्हें डंडों और बेल्ट से बुरी तरह से मारा गया, जबकि उनके द्वारा किसी भी तरह की अनुशासन हीनता नही की गई है. मामले को लेकर पीड़ित छात्रों के परिजन अब न्यायालय के जरिए परिवाद पेश करने जा रहे है. इंजीनियरिंग कॉलेज में बेहरमी की मारपीट के बाद छात्र विद्यालय छोड़कर कर घर पलायन करने को मजबूर हो गए है. कई छात्र घटना के बाद अपने अपने गांव चल गए है. बहरहाल इंजीनियरिंग कॉलेज की हिटलर शाही रवैया के चलते छात्रों में काफी रोष है.