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लखनऊ: यूपी के लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) में रविवार को जबरदस्त बवाल हो गया. केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा की कार ने कथित तौर पर प्रदर्शनकारी किसानों को रौंद दिया. इससे 4 किसानों की मौत हो गई. वहीं, इस घटना के बाद भड़की हिंसा में और चार लोग मारे गए. इस पूरे बवाल में कुल 8 लोगों की मौत हो गई है. इस पर सियासत भी तेज भी हो गई है.
लखीमपुर खीरी में हिंसा भड़कते ही पीड़ित परिवारों से मिलने के लिए विपक्षी नेता लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हो गए. हालांकि, उन्हें वहां पहुंचने से पहले ही हिरासत में ले लिया गया. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी देर रात लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हुईं, लेकिन उन्हें सीतापुर के हरगांव में हिरासत में ले लिया गया. प्रियंका रात भर यूपी पुलिस को छकाती रहीं. करीब 5 घंटे तक प्रियंका और यूपी पुलिस के बीच लुका-छिपी का खेल चलता रहा.
"तुम मुझे वारंट दिखाओ और गिरफ़्तारी करो…और तुम मुझे उस गाड़ी में बिठाओगे तो किडनैपिंग का चार्ज लगाउंगी"
— Umashankar Singh उमाशंकर सिंह (@umashankarsingh) October 4, 2021
जब @DeependerSHooda ने हाथ उठाने का आरोप लगाया तो पुलिस उन्हें जबरन गाड़ी में बिठाने लगी। बचाव में @priyankagandhi आयीं।
"जो महिला से बात नहीं कर सकते वो इसको मार रहे हो…" pic.twitter.com/U2yThlApWn
रात को ही लखनऊ पहुंची थीं प्रियंका
कांग्रेस के मुताबिक, प्रियंका गांधी देर रात 10 बजे के आसपास लखनऊ पहुंचीं. यहां से प्रियंका सीधे अपने लखनऊ स्थित कौल आवास पहुंचीं. दावा है कि यहां पुलिस ने उन्हें नजरबंद कर दिया. एक कांग्रेस नेता ने दावा किया कि प्रियंका के घर के बाहर 300 से ज्यादा पुलिसकर्मी और करीब 150 महिला कॉन्स्टेबल तैनात हैं. हालांकि, रात 12 बजे के आसपास प्रियंका लखीमपुर के लिए रवाना हो गईं. कांग्रेस का दावा है कि यूपी पुलिस ने प्रियंका को लखनऊ में ही रोकने की कोशिश की थी.
ऐसे रात भर चली लुका-छिपी
- प्रियंका गांधी लखीमपुर के लिए रवाना तो हो गईं, लेकिन यूपी पुलिस उन्हें रोकने के लिए भी तैयार थी. रात करीब 1 बजकर 50 मिनट पर यूपी पुलिस की एक टीम सीतापुर प्रशासन के साथ खैराबाद टोल प्लाजा पहुंची, लेकिन प्रियंका अलग रास्ता लेकर लखीमपुर के लिए रवाना हो गईं.
-इसके बाद पूरी पुलिस टीम लहेरपुर के लिए निकल पड़ी. इसी बीच कांग्रेस के एमएलसी दीपक सिंह ने दावा किया कि प्रियंका किसी भी हालत में लखीमपुर पहुंचकर रहेंगी.
- रात 2 बजकर 25 मिनट के आसपास यूपी पुलिस की टीम लहेरपुर के पास एक सड़क से दूसरी सड़क तक घूमती रही लेकिन प्रियंका का कुछ पता नहीं चल सका.
- तड़के 3 बजकर 21 मिनट पर पुलिस की टीम प्रियंका की तलाश में बस और ट्रकों की भी तलाशी करने लगी. इसी बीच 4 बजे प्रियंका की सुरक्षा में लगे आधे से ज्यादा सीआरपीएफ के जवान हरगांव पहुंचे, लेकिन प्रियंका नहीं थीं. कुछ सुरक्षाकर्मियों ने ऑफ कैमरा दावा किया कि कुछ सुरक्षाकर्मी अभी भी प्रियंका गांधी के साथ हैं. प्रियंका का फोन भी स्विच ऑफ आ रहा था.
- हालांकि, 5 घंटे तक पुलिस को चकमा देने के बाद प्रियंका गांधी हरगांव में हिरासत में ले लिया गया. उन्हें सीतापुर में एक गेस्ट हाउस ले जाया गया है. यूपी कांग्रेस ने ट्वीट कर लोगों से उनके समर्थन में इलाके में पहुंचने की अपील की है.
इस पूरे घटनाक्रम के दौरान पुलिस के साथ प्रियंका गांधी की बहस भी हुई. एक वीडियो सामने आया है जिसमें प्रियंका गांधी यूपी पुलिस के अधिकारियों को तल्ख लहजे में बातें सुना रही हैं.
jantaserishta.com
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