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प्रधानमंत्री ने स्वास्थ्य निगरानी पर दिया जोर

Shantanu Roy
22 March 2023 4:18 PM GMT
प्रधानमंत्री ने स्वास्थ्य निगरानी पर दिया जोर
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तीव्र श्वसन बीमारी पर विशेष जोर
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी गंभीर तीव्र श्वसन बीमारी- कोविड, इनफ्लुएंजा- फ्लू के बढ़ते‌ मामलों से निपटने के लिए प्रयोगशाला निगरानी और परीक्षण बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया है तथा संबंधित मानकों का पालन करने को कहा है। मोदी ने बुधवार को देश में कोविड और इन्फ्लुएंजा की स्थिति का आकलन करने के लिए एक उच्च-स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे और तैयारी, टीकाकरण अभियान की स्थिति, नए कोविड-19 प्रकारों और इन्फ्लुएंजा के प्रकार शामिल है। यह उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक देश में इन्फ्लुएंजा के मामलों में वृद्धि और पिछले दो सप्ताह में कोविड मामलों में वृद्धि को देखते हुए आयोजित की गई। बैठक में प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पी.के. मिश्रा, नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वी.के. पॉल, कैबिनेट सचिव राजीव गौबा, केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय में सचिव राजेश भूषण तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे।
बैठक में प्रधान मंत्री ने अधिकारियों को जीनोम अनुक्रमण प्रयोगशालाओं के साथ संक्रमित मामलों के संपूर्ण जीनोम अनुक्रमण को बढ़ाने का निर्देश दिया। उन्होंने मरीजों, स्वास्थ्य पेशेवरों और स्वास्थ्य कर्मियों के लिए अस्पताल परिसर में मास्क पहनने सहित कोविड उपयुक्त व्यवहार पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि जब वरिष्ठ नागरिक और सह-रुग्णता वाले लोग भीड़-भाड़ वाले इलाकों में जाते हैं तो मास्क पहनने की सलाह दी जानी चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि मामलों की प्रभावी निगरानी और इन्फ्लुएंजा, सार्स-सीओवी-2 और एडेनोवायरस के परीक्षण का पालन किया जाए। इसके अलावा, प्रधान मंत्री ने पर्याप्त बिस्तरों और स्वास्थ्य मानव संसाधनों की उपलब्धता के साथ-साथ स्वास्थ्य सुविधाओं में इन्फ्लुएंजा और कोविड-19 के लिए आवश्यक दवाओं और रसद की उपलब्धता सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी खत्म नहीं हुई है और नियमित आधार पर देश भर में स्थिति की निगरानी करने की आवश्यकता है। प्रधानमंत्री ने टेस्ट-ट्रैक-ट्रीट-टीकाकरण और कोविड उपयुक्त व्यवहार की रणनीति पर ध्यान केंद्रित करने, प्रयोगशाला निगरानी बढ़ाने और सभी गंभीर तीव्र श्वसन बीमारी मामलों की जांच करने की सलाह दी। यह सुनिश्चित करने के लिए मॉक ड्रिल नियमित रूप से आयोजित की जानी चाहिए कि हमारे अस्पताल सभी आपात स्थितियों के लिए तैयार हैं।
भूषण ने देश में बढ़ते मामलों सहित वैश्विक कोविड-19 स्थिति पर व्यापक प्रस्तुति दी। प्रधानमंत्री को बताया गया कि 22 मार्च को समाप्त सप्ताह में भारत में नए मामलों में मामूली वृद्धि देखी जा रही है, औसत दैनिक मामले 888 और साप्ताहिक सकारात्मकता 0.98 प्रतिशत दर्ज की गई है। श्री मोदी को 22 दिसंबर 2022 को हुई पिछली कोविड-19 समीक्षा के दौरान प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए निर्देशों पर की गई कार्रवाई की भी जानकारी दी गई। उन्हें बताया गया कि 20 कोविड दवाओं, 12 अन्य दवाओं, आठ बफर दवाओं और एक इन्फ्लुएंजा दवा की उपलब्धता और कीमतों पर नजर रखी जा रही है। इसके अलावा 27 दिसंबर 2022 को 22,000 अस्पतालों में एक मॉक ड्रिल भी आयोजित की गई और उसके बाद अस्पतालों में कई उपचारात्मक उपाय किए गए। प्रधानमंत्री को देश में इन्फ्लुएंजा की स्थिति से अवगत कराया गया और पिछले कुछ महीनों में एच1एन1 और एच3एन2 के मामलों की अधिक संख्या के संबंध में में जानकारी दी गई।
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