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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 अगस्त को गुजरात के प्रसिद्ध सोमनाथ मंदिर का करेंगे उद्घाटन

Admin4
16 Aug 2021 2:02 PM GMT
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 अगस्त को गुजरात के प्रसिद्ध सोमनाथ मंदिर का करेंगे उद्घाटन
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 अगस्त को गुजरात के प्रसिद्ध सोमनाथ मंदिर की 83 करोड़ रुपये की चार परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे

जनता से रिश्ता वेबडेस्क :- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 अगस्त को गुजरात के प्रसिद्ध सोमनाथ मंदिर की 83 करोड़ रुपये की चार परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे. पीएम श्री सोमनाथ ट्रस्ट (एसएसटी) के अध्यक्ष हैं जो गिर-सोमनाथ जिले के प्रभास पाटन शहर में स्थित विश्व प्रसिद्ध मंदिर के मामलों का प्रबंधन करता हैं.एसएसटी के न्यासी सह सचिव पी के लाहेरी ने इसको लेकर बताया "प्रधानमंत्री मोदी तीन परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे और मुख्य मंदिर के पास 30 करोड़ रुपये में बनने वाले पार्वती मंदिर के लिए एक आभासी शिलान्यास समारोह भी करेंगे."

पी के लहरी ने कहा कि कार्यक्रम का आयोजन 20 अगस्त को मंदिर के राम मंदिर सभागार में किया जाएगा. लाहेरी ने कहा, "प्रधानमंत्री चार परियोजनाओं का उद्घाटन करने के साथ-साथ ग्राउंड-ब्रेकिंग भी करेंगे. वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, (SST trustee) जो एक ट्रस्टी हैं, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भी इसमें शामिल होंगे."
किन तीन परियोजनाएं का होगा उद्घाटन
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और अन्य गणमान्य व्यक्ति सभागार में कार्यक्रम में शामिल होंगे.जिन तीन परियोजनाओं का उद्घाटन किया जाना है, उनमें मंदिर के पीछे समुद्र के किनारे 49 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित एक किलोमीटर लंबा "समुद्र दर्शन" पैदल मार्ग, मंदिर के पास 75 लाख रुपये में निर्मित प्राचीन कलाकृतियों का एक नवनिर्मित संग्रहालय, और पुनर्निर्मित "अहिल्याबाई होल्कर मंदिर" या मुख्य मंदिर के सामने स्थित पुराना सोमनाथ मंदिर है.
इस मंदिर में स्थापित देवी पार्वती का विग्रह अब भूतभावन भगवान सोमनाथ मंदिर के गर्भगृह में है. सोमनाथ मंदिर परिसर में यज्ञशाला के पास स्थित पौराणिक स्थल पर ही देवी पार्वती मंदिर का निर्माण होगा.
वॉक वे मरीन ड्राइव की तरह घुमावदार
वॉक वे भी मुंबई के मरीन ड्राइव की तरह सागर के किनारे घुमावदार है. इस पर लोग पैदल सैर कर सकेंगे. यहां पर्यटक वो बाण स्तंभ भी देख सकेंगे जो इस स्थान की भौगोलिक खासियत बताता है.मंदिर के दक्षिण में समुद्र के किनारे एक स्तम्भ है. उसके ऊपर शिखर में एक तीर रखकर संकेत किया गया है कि सोमनाथ मंदिर और दक्षिणी ध्रुव के बीच में पृथ्वी का कोई भू-भाग नहीं है यानी 'आसमुद्रान्त दक्षिण ध्रुव पर्यंत अबाधित ज्योतिर्मार्ग'. इस स्तम्भ को 'बाण स्तंभ' कहते हैं. मंदिर के पृष्ठ भाग में स्थित प्राचीन मंदिर के विषय में मान्यता है कि यह पार्वती जी का मंदिर है. अब इसका ही पुनर्निर्माण होना है.


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