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VIDEO: प्रधानमंत्री मोदी ने भारत के मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ लेने पर डी.वाई. चंद्रचूड़ को बधाई दी
jantaserishta.com
9 Nov 2022 10:12 AM GMT
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न्यूज़ क्रेडिट: हिंदुस्तान
न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने कहा, "आम नागरिक की सेवा करना मेरी प्राथमिकता है।"
,नई दिल्ली: न्यायमूर्ति धनंजय वाई चंद्रचूड़ ने आज भारत के 50वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें राष्ट्रपति भवन में एक समारोह में पद की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह के बाद मीडिया को दिए अपने पहले बयान में, न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने कहा, "आम नागरिक की सेवा करना मेरी प्राथमिकता है।" उन्होंने रजिस्ट्री और न्यायिक प्रक्रियाओं में सुधार का भी वादा किया। उन्होंने कहा कि "मेरी बातों से ज्यादा मेरा काम बोलेगा।"
भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) का पद संभालने के बाद उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में महात्मा गांधी की प्रतिमा को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान उन्होंने कहा कि "राष्ट्र की सेवा करना मेरी प्राथमिकता है। हम भारत के सभी नागरिकों की रक्षा करेंगे, चाहे वह टेक्नोलॉजी या रजिस्ट्री सुधारों, या न्यायिक सुधारों से जुड़े मामले में हो।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ लेने पर डॉ. न्यायमूर्ति डी.वाई. चंद्रचूड़ को बधाई दी। pic.twitter.com/6loDK05yga
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 9, 2022
न्यायमूर्ति डी. वाई. चंद्रचूड़ अयोध्या विवाद, निजता का अधिकार जैसे अहम मुकदमों में फैसले देने वाली पीठ का हिस्सा रहे हैं। न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ देश में सबसे लंबे समय तक सीजेआई रहे न्यायमूर्ति वाई. वी. चंद्रचूड़ के बेटे हैं। उनके पिता 22 फरवरी 1978 से 11 जुलाई 1985 तक भारतीय न्यायपालिका के प्रधान रहे थे। भारत के सर्वोच्च न्यायालय के सात दशक से अधिक लंबे इतिहास में यह पहला मौका है जब एक पूर्व प्रधान न्यायाधीश के बेटे इस पद पर आसीन हुए।
Chief Justice of India DY Chandrachud pays tribute to the Mahatma Gandhi statue in the Supreme Court, after taking the oathSays, "to serve the nation is my priority. We'll protect all the citizens of India, be it in terms of technology or registry reforms, or judicial reforms." pic.twitter.com/mzz9fAasiQ
— ANI (@ANI) November 9, 2022
न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ 10 नवंबर 2024 तक दो साल के लिए इस पद पर रहेंगे। उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश 65 साल की उम्र में सेवानिवृत्त होते हैं। उन्होंने न्यायमूर्ति उदय उमेश ललित का स्थान लिया जिन्होंने 11 अक्टूबर को उन्हें अपना उत्तराधिकारी बनाए जाने की सिफारिश की थी। राष्ट्रपति ने उन्हें 17 अक्टूबर को अगला सीजेआई नियुक्त किया था। न्यायमूर्ति ललित का कार्यकाल आठ नवंबर को पूरा हो गया, वह केवल 74 दिन के लिए इस पद पर रहे।
मैं अपने कार्य से देश के लोगों को भरोसा दिलाऊंगा, सिर्फ शब्दों से ही नहीं - CJI चंद्रचूड़ #CJI #SupremeCourt @news24tvchannel pic.twitter.com/P2OluamyrN
— Prabhakar Kr Mishra (@PMishra_Journo) November 9, 2022
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