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राष्ट्रपति चुनाव: कांग्रेस विधायकों ने बिगाड़ा खेल, एक्शन की तैयारी

jantaserishta.com
22 July 2022 9:28 AM GMT
राष्ट्रपति चुनाव: कांग्रेस विधायकों ने बिगाड़ा खेल, एक्शन की तैयारी
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न्यूज़ क्रेडिट: हिंदुस्तान

गांधीनगर: एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू देश की 15वीं राष्ट्रपति चुनी गई हैं। गुजरात के सात कांग्रेस विधायकों ने पार्टी लाइन को धता बताते हुए राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार को वोट दिया। विधायकों की तरफ से अवज्ञा ऐसे समय पर की गई है जब इस साल के आखिर में राज्य में विधानसभा चुनाव होने हैं। कांग्रेस ने 18 जुलाई के चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने वाले विधायकों की पहचान के लिए आंतरिक जांच शुरू कर दी है।

गुजरात विधानसभा में कांग्रेस के 63 विधायक हैं और उन्हें एकमात्र निर्दलीय विधायक का समर्थन प्राप्त है। जब राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे घोषित किए गए, तो पता चला कि कांग्रेस समर्थित उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को केवल 57 विधायकों ने वोट दिया था। यानी केवल सात विधायकों ने पार्टी लाइन से इतर वोट किया। इसके विपरीत, एनडीए की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार को 121 वोट मिले। जबकि गुजरात विधानसभा में भाजपा के केवल 111 विधायक हैं।
मुर्मू को वोट देने वाले कांग्रेस के सात विधायकों के अलावा, दो बीटीपी विधायकों और एक एनसीपी विधायक ने भी उन्हें वोट दिया, जिससे 10 गैर-भाजपा विधायकों के उन्हें वोट मिले। जीपीसीसी अध्यक्ष जगदीश ठाकोर ने कहा कि पार्टी के सात विधायकों द्वारा क्रॉस वोटिंग काफी 'चौंकाने वाला' है।
ठाकोर ने कहा, 'मैं अपने ही विधायकों द्वारा विश्वास भंग करने से हैरान हूं। बीजेपी हमारे विधायकों से जीतने के लिए अनुचित तरीके से काम कर रही है, लेकिन यह चौंकाने वाला है। हम निश्चित रूप से मामले की जांच कर उनकी पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे। उन्हें पार्टी से हटाया जाएगा।' बीजेपी प्रवक्ता यमल व्यास ने कहा, 'एक बार फिर कांग्रेस विधायकों ने देश हित में काम किया है।'
व्यास ने कहा, 'कई कांग्रेस विधायक एक आदिवासी महिला को राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में नामित किए जाने के समर्थन में थे और उन्होंने द्रौपदी मुर्मू को वोट दिया। कांग्रेस को अपने विधायकों की भावनाओं को समझने की जरूरत है।' गुजरात विधानसभा की कुल 182 सीटों में से दो सीटें आशा पटेल और अनिल जोशियारा के निधन से खाली हो गई है। वहीं एक कांग्रेस विधायक अश्विन कोतवाल के हालिया इस्तीफे से एक सीट खाली हो गई है। हाईकोर्ट ने द्वारका विधायक पाभुभा मानेक के वोट को रद्द कर दिया।

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