करगिल विजय दिवस (Kargil Vijay Diwas) के अवसर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ramnath Kovind), सीडीएस बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat), रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) युद्ध में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे. जहां राष्ट्रपति कोविंद और सीडीएस रावत लद्दाख के द्रास के दौरे पर होंगे तो वहीं, दिल्ली में बने नेशनल वॉर मेमोरियल में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और तीनों सेनाओं के प्रमुख कारगिल युद्ध के दौरान शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे. साल 1999 में करगिल में पाकिस्तान के साथ चले युद्ध में भारतीय जवानों ने पड़ोसी देश को पराजित कर दिया था. यह युद्ध 60 दिनों तक चला था, जिसमें 26 जुलाई को भारतीय सेना को विजय हासिल हुई थी. मालूम हो कि करगिल में जीत की वजह से ही जवानों के सम्मान में करगिल विजय दिवस हर साल 26 जुलाई को मनाया जाता है.
राष्ट्रपति भवन द्वारा जारी बयान में बताया गया, ''भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, 25 से 28 जुलाई, 2021 तक जम्मू-कश्मीर और लद्दाख का दौरा करेंगे. 26 जुलाई, 2021 को राष्ट्रपति, करगिल युद्ध के दौरान शहीद हुए भारतीय सशस्त्र बलों को श्रद्धांजलि देंगे.'' उत्तरी थिएटर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी, जो खुद भी कारगिल युद्ध के दिग्गज और वीरता पुरस्कार विजेता हैं, लद्दाख में कार्यक्रम स्थल पर एक बाइक रैली का नेतृत्व करेंगे. उत्तरी कमान के तहत आने वाले सभी कोर कमांडर उनके साथ मोटरसाइकिल से सवारी करेंगे. इसके अलावा, 27 जुलाई को राष्ट्रपति कोविंद श्रीनगर में कश्मीर विश्वविद्यालय के 19वें वार्षिक दीक्षांत समारोह को संबोधित करेंगे.