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पूर्व क्रिकेटर के निधन पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने जताया शोक
Deepa Sahu
13 July 2021 9:07 AM GMT
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पूर्व क्रिकेटर और 1983 क्रिकेट विश्व कप टीम के सदस्य यशपाल शर्मा का आज सुबह दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया.
पूर्व क्रिकेटर और 1983 क्रिकेट विश्व कप टीम के सदस्य यशपाल शर्मा का आज सुबह दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. उन्होंने 66 साल की उम्र में आखिरी सांस ली. शर्मा ने अपने करियर में इंडिया के लिए 42 वनडे और 37 टेस्ट खेलें. उनके निधन की अचानक खबर सुनकर क्रिकेट प्रेमियों में शोक की लहर दौड़ गई. वहीं राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ramnath Kovind) ने पूर्व क्रिकेटर के निधन पर शोक व्यक्त किया है.
अपने ट्वीट में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि पूर्व क्रिकेटर यशपाल शर्मा के निधन के बारे में सुनकर दुख हुआ. 1983 क्रिकेट विश्व कप में प्रमुख मैचों के दौरान उनके उल्लेखनीय प्रदर्शन ने क्रिकेट इतिहास में भारत की सबसे बड़ी जीत में से एक में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उनके परिवार, फैंस और टीम के सदस्यों के प्रति मेरी गहरी संवेदना.
'भारत के दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी'
खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी ट्वीट करते हुए पूर्व क्रिकेटर यशपाल शर्मा के निधन पर दुख जताया. उन्होंने लिखा कि 1983 विश्व कप विजेता सदस्य यशपाल शर्मा के निधन से दुखी हूं. उनका एक शानदार करियर था और 1983 विश्व कप में भारत के दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी थे. वह एक अंपायर और राष्ट्रीय चयनकर्ता भी थे. उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकेगा. वहीं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने लिखा कि 1983 में क्रिकेट विश्वकप जीतने वाली भारतीय टीम के सदस्य रहे मशहूर क्रिकेटर यशपाल शर्मा जी के निधन का दुखद समाचार मिला.
Sad to hear about the demise of cricketer Yashpal Sharma. His remarkable performances during the key matches in 1983 cricket World-Cup played a crucial role in one of India's greatest triumphs in cricketing history. My deepest condolences to his family, followers & team members.
— President of India (@rashtrapatibhvn) July 13, 2021
ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने चरणों में स्थान दें एवं उनके परिजनों और प्रसंशको को ये दुख सहने की शक्ति दें.यशपाल के एक अन्य पूर्व साथी कीर्ति आजाद ने कहा, ''उस दिन जब हम मिले तो उन्होंने मुझसे कहा कि मेरा वजन कम हो गया. हमारे लिये यादगार दिन था. मुझे विश्व कप 1983 का पहला मैच याद है. हमारा सामना वेस्टइंडीज की मजबूत टीम से था जिसके पास तूफानी गेंदबाजों की फौज थी. यशपाल ने अपनी योजना बनायी और हम मैच जीत गये. ''
'बॉब विलिस को जड़ा था छक्का'
आजाद ने कहा, ''उन्होंने सेमीफाइनल में भी शानदार पारी खेली और बॉब विलिस को छक्का जड़ा था. आजकल लोग कहते हैं कि रविंद्र जडेजा का निशाना सटीक है लेकिन अपने जमाने में यशपाल भी ऐसा करते थे. वह क्षेत्ररक्षण करते समय चुस्त रहते थे और जब भी स्टंप पर थ्रो करते थे तो उनका निशाना सटीक बैठता था.
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