भारत

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पूर्व CM वीरभद्र सिंह के निधन पर जताया शोक

Renuka Sahu
8 July 2021 5:51 AM GMT
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पूर्व CM वीरभद्र सिंह के निधन पर जताया शोक
x
फाइल फोटो 
हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता वीरभद्र सिंह का 87 साल की उम्र में निधन हो गया. देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने वीरभद्र सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता वीरभद्र सिंह का 87 साल की उम्र में निधन हो गया. देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने वीरभद्र सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी है. राष्ट्रपति का कहना है कि उन्होंने मुख्यमंत्री और सांसद के रूप में छह दशकों तक हिमाचल प्रदेश के लोगों की सेवा की. साथ ही रामनाथ कोविंद ने उनने परिवार के प्रति संवेदना जताई.

देश के राष्ट्रपति ने ट्वीट कर वीरभद्र सिंह के निधन पर संवेदना जताई है. ट्वीट में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा है कि उन्हें बेहद दुख है. वीरभद्र सिंह को हिमाचल प्रदेश के लोगों की सेवा करने की उनकी प्रतिबद्धता के लिए जाना जाता था. इससे पहले पीएम मोदी ने भी ट्वीट कर उनके निधन पर दुख व्यक्त किया था. पीएम ने लिखा था कि उनके पास समृद्ध प्रशासनिक और विधायी अनुभव था. उन्होंने हिमाचल प्रदेश में हमेशा से महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और राज्य के लोगों की सेवा की.
राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर
वीरभद्र सिंह के निधन से राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर है. कांग्रेस ही नहीं बीजेपी भी उनके निधन से दुखी है. वीरभद्र सोलन जिले के अरकी से विधायक थे. वो नौ बार विधायक, पांच बार सांसद और छह बार सीएम रह चुके थे. इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में बुधवार को ही वीरभद्र सिंह को भर्ती कराया गया था. डॉक्टरों ने बताया है कि बीते कुछ दिनों से पूर्व सीएम को सर्दी-खांसी था, जिस वजह से उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही थी.
राज्य में तीन दिन का राजकीय शोक
हिमाचल प्रदेश सरकार ने दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के सम्मान में तीन दिन का राजकीय शोक मनाने का फैसला किया. कांग्रेस और अन्य राजनीतिक दलों के तमाम नेताओं ने उनके निधन पर दुख जताया है. वह हिमाचल प्रदेश के कद्दवार नेताओं में से एक थे. माना जाता है कि उनकी ही वजह से प्रदेश में विकास को बढ़ावा मिला था.


Next Story