
नई दिल्ली : राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) ने देशवासियों से भावी पीढ़ियों के लिए पर्यावरण संरक्षण का आह्वान करते हुए रविवार को कहा कि प्रकृति मां गहरी पीड़ा में है और जलवायु संकट इस ग्रह के भविष्य को खतरे में डाल सकता है. राष्ट्र के नाम अपने विदाई संबोधन में उन्होंने कहा कि देश 21वीं सदी को 'भारत की सदी' बनाने के लिए तैयार हो रहा है. उन्होंने स्वास्थ्य देखभाल और शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि ये आर्थिक सुधारों के साथ, नागरिकों को उनकी क्षमता का एहसास कराकर उन्हें समृद्ध बनाएंगे.
There were many uprisings across the country in the nineteenth century. The names of many of the heroes who brought hopes of a new dawn have long been forgotten. Contributions of some of them have come to be appreciated only in recent times. pic.twitter.com/9p69EomfXl
— President of India (@rashtrapatibhvn) July 24, 2022
