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राष्ट्रपति कोविंद ने आयुष विश्वविद्यालय की रखी आधारशिला नींव, बारिश होने पर कहा- 'आशीर्वाद देने आए इंद्रदेव'
Deepa Sahu
28 Aug 2021 8:53 AM GMT
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राष्ट्रपति कोविंद
चार साल के भीतर दूसरी बार गोरखपुर आए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार को भटहट के पिपरी में स्थित प्रदेश के पहले आयुष विश्वविद्यालय की आधारशिला रखी। राष्ट्रपति सुबह सेना के वायुयान से गोरखपुर एयरपोर्ट पहुंचे। वहां से वायुसेना के हेलीकॉप्टर से भटहट के पिपरी पहुंचे। शिलान्यास समारोह में देश की प्रथम महिला सविता कोविंद, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद रहे।
शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान अचानक बारिश शुरू हो गई तो राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपने संबोधन की शुरुआत में ही इसका स्वागत कुछ अलग ढंग से किया। उन्होंने कहा कि भगवान इन्द्रदेव भी अपना आशीर्वाद देने हम सबके बीच में आ गए हैं। भारतीय शास्त्रों में एक मान्यता है कि कोई शुभ कार्य यदि सम्पन्न हो रहा हो, उस दौरान यदि आकाश से पानी की बूंदें गिरने लगे तो उसे कहा जाता है कि यह शुभ से अद्यतम शुभम हो गया है। यह सहयोग है। जब हम लोग सुबह लखनऊ से चले तो मौसम की भविष्यवाणी के अनुसार हमें लग रहा था कि गोरखपुर में बारिश होने वाली है। लेकिन कभी-कभी मन में संदेह यह होता था कि बारिश यदि शाम को हुई तो हमारा शिलान्यास का कार्यक्रम तो संपन्न हो जाएगा। लेकिन हमें लगता है कि इस आयुष विश्वविद्यालय के प्रति आपका जो समर्पण है उसने इन्द्रदेव को बाध्य कर दिया कि इस कार्यक्रम के संपन्न होने के दौरान ही आपको आशीर्वाद देने आ जाएं।
राष्ट्रपति ने कहा कि गुरुओं की महिमा बताने वाले गुरु गोरखनाथ ने कहा था कि सुख स्वर्ग है और दु:ख नरक। शरीर निरोग रहे इस ध्येय को सफल बनाने के लिए यूनिवर्सिटी की स्थापना हो रही है। शरीर को स्वास्थ रखने के लिए विभिन्न चिकित्सा पद्धतियां हैं। केंद्र और प्रदेश सरकार ने अलग आयुष मंत्रालय का गठन किया है। इससे सत्र और स्तर दोनों बढ़ेंगे। शोध संस्थान की भी स्थापना होगी।
माननीय राष्ट्रपति आदरणीय श्री राम नाथ कोविन्द जी के कर-कमलों द्वारा उत्तर प्रदेश के प्रथम आयुष विश्वविद्यालय 'महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय, गोरखपुर' का शिलान्यास... https://t.co/6S25ZaDmQ3
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) August 28, 2021
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के इस विश्वविद्यालय का नाम गुरु गोरखनाथ के नाम पर रखना सार्थक है। गोस्वामी तुलसीदास ने भी गोरख की प्रतिष्ठा की है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रपति भवन में आरोग्यगोरखपुर दौरा: राष्ट्रपति कोविंद ने रखी आयुष विश्वविद्यालय की नींव, बारिश हुई तो बोले- आशीर्वाद देने आए इंद्रदेव
Read more: https://www.amarujala.com/gorakhpur/president-ram-nath-kovind-laid-foundation-of-state-first-ayush-university-in-gorakhpur?pageId=1 वन को स्थापित किया जा रहा है। राष्ट्रपति ने कहा कि महात्मा गांधी ने प्राकृतिक चिकित्सा को बढ़ावा दिया और स्वीकार्यता दी। कोविड में आयुष ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। पिछले दो दशक में औषधीय खेती की और मांग बढ़ी है। इस विश्वविद्यालय से आयुष को बढ़ावा मिलेगा। बड़े भाग्य से मानव शरीर मिला है।
कार्यक्रम में राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार आयुष विभाग, डॉ. धर्म सिंह सैनी, मंत्री सुर्य प्रताप शाही, मंत्री अनिल राजभर, सांसद रवि किशन, विधायक महेंद्र पाल सिंह तथा एडीजी जोन अखिल कुमार, एडीजी सुरक्षा विनोद कुमार सिंह, डीआईजी गोरखपुर परिक्षेत्र जे. रविंद्र गौड़, कमिश्नर रवि कुमार एनजी, जिला अधिकारी विजय किरन आनंद, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ विपिन ताडा, मंच सुरक्षा व्यवस्था देख रहे पुलिस अधीक्षक उत्तरी मनोज कुमार अवस्थी व पुलिस अधीक्षक नगर सोनम कुमार ज्वाइंट मजिस्ट्रेट/ एसडीएम सदर कुलदीप मीना ज्वाइंट मजिस्ट्रेट सुमित महाजन, अपर आयुक्त अजय कांत सैनी, पुलिस अधीक्षक अपराध डॉ महेंद्र पाल सिंह, सहायक पुलिस अधीक्षक राहुल भाटी सहित सुरक्षा व्यवस्था में लगाए गए अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
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