दिल्ली। संसद का बजट सत्र आज से शुरू हो गया. इस मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित किया. यह राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का संसद में पहला अभिभाषण है. इस मौके पर उन्होंने कहा कि ये युग निर्माण का अवसर, हमें आत्मनिर्भर भारत बनाना है. संसद में अपने अभिभाषण में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा - अमृतकाल का यह 25 वर्ष का कालखंड, स्वतन्त्रता की स्वर्णिम शताब्दी का, और विकसित भारत के निर्माण का कालखंड है। ये 25 वर्ष हम सबके लिए और देश के प्रत्येक नागरिक के लिए कर्तव्यों की पराकाष्ठा करके दिखाने के हैं.
सरकार के लगभग नौ वर्षों में भारत के लोगों ने अनेक सकारात्मक परिवर्तन पहली बार देखे हैं। सबसे बड़ा परिवर्तन यह हुआ है कि आज हर भारतीय का आत्मविश्वास शीर्ष पर है और दुनिया का भारत को देखने का नज़रिया बदला है. हमारे लिए युग निर्माण का अवसर है।हमें ऐसा भारत बनाना है जो आत्मनिर्भर है और जो अपने मानवीय दायित्व को पूरा करने में समर्थ हो, जिसमें गरीबी न हो, जिसका मध्यम वर्ग भी वैभव से युक्त हो। जिसकी युवाशक्ति, नारी शक्ति समाज और राष्ट्र को दिशा देने के लिए खड़ी हो.
इससे पहले पीएम मोदी ने मीडिया से बात की. इस दौरान उन्होंने कहा कि आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का पहला अभिभाषण है. यह नारी सम्मान का मौका है. इतना ही नहीं पीएम मोदी ने विपक्ष के सांसदों से अपील की कि सत्र में तकरार भी रहेगी, लेकिन तकरीर भी होनी चाहिए. आज राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद आर्थिक सर्वे पेश किया जाएगा, जहां देश की आर्थिक हालात का पता चलेगा.
उधर विपक्ष ने सर्वदलीय बैठक में संकेत दे दिए हैं कि सत्र काफी हंगामेदार हो सकता है. कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी पार्टियां फिलहाल विदेशी एजेंसी द्वारा उद्योगपति गौतम अडानी के खिलाफ रिपोर्ट और बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग पर रोक के मुद्दे पर सरकार को घेरने की तैयारी में हैं. इतना ही नहीं बेरोजगारी और महंगाई के मुद्दे पर भी सरकार की मुसीबतें बढ़ सकती हैं. इससे पहले सरकार ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में एक सर्वदलीय बैठक बुलाई थी. बैठक में 27 पार्टियों के 37 नेताओं ने हिस्सा लिया और अपनी अपनी पार्टियों के विषयों को रखा.