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न्यूज़ क्रेडिट: आजतक
मुंबई: प्रवर्तन निदेशालय (ED) की ओर से मिले समन और पेशी पर संजय राउत ने कहा कि अगर वो (ED) मुझे गिरफ्तार करना चाहते हैं तो कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि दूसरों की तरह मैं ED से दूर नहीं भागूंगा और उनका सामना करने के लिए तैयार रहूंगा. शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा कि ED के डर से लोग देश छोड़कर चले गए, जबकि मैं उनके सामने जा रहा हूं. संजय राउत ने ये बातें ईडी के ऑफिस में पेश होने से पहले कही.
संजय राउत ने कहा कि मैं कानून का सम्मान करता हूं. मैं उनकी शंकाओं को दूर करने के लिए ईडी जा रहा हूं. अगर उनका कोई सवाल है तो वे मुझसे पूछ सकते हैं. उन्होंने कहा कि ED देश की एक बड़ी एजेंसी है. अगर वे चाहते हैं कि मेरी जांच हो तो मैं उनके सामने पेश होने के लिए तैयार हूं.
उधर, मुंबई ईडी कार्यालय में पूछताछ के दौरान संजय राउत ने कहा कि उन्हें पता नहीं है कि पात्रा चॉल कहां स्थित है. उन्होंने ये भी कहा कि मैंने कभी अपने जीवन में कभी कुछ गलत नहीं किया है और मेरा पात्रा चॉल मामले से कोई संबंध नहीं है.
इससे पहले संजय राउत ने कहा कि अगर ये मामला राजनीति से प्रेरित है तो इसके बारे में बाद में पता चलेगा. अभी मैं एजेंसी जा रहा हूं और मुझे उन पर पूरा भरोसा है.
राउत ने ईडी में पेश होने से पहले मामले को लेकर केंद्र सरकार पर राजनीति करने और एजेंसियों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि मैं केंद्रीय एजेंसियों को दोष नहीं देता. मैंने सभी शिवसेना कार्यकर्ताओं से अपील की है कि वे विरोध न करें. मैं अकेला जाऊंगा और अकेला लौटूंगा. मैं कभी नहीं डरता. एक शिव सैनिक के रूप में मैं किसी भी स्थिति के लिए तैयार हूं.
बता दें कि ईडी ने शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत को 27 जून को समन जारी किया था. बताया जा रहा है कि संजय राउत को ये समन प्रवीण राउत और पात्रा चॉल भूमि घोटाले से जुड़े मामले में भेजा गया. समन जारी होने के बाद संजय राउत ने कहा था कि मैं अब समझ गया हूं कि ईडी ने मुझे समन भेजा है. हम सब बालासाहेब के शिवसैनिक बड़ी लड़ाई लड़ रहे हैं. यह साजिश चल रही है.
राउत ने कहा कि मैं फडणवीस को बधाई देता हूं. यह हमारी संस्कृति है. यह हमारा महाराष्ट्र है इसलिए ऐसे समय में जब नई सरकार बन रही है, मैं अपनी शुभकामनाएं देता हूं. मैं एकनाथ शिंदे को भी शुभकामनाएं देता हूं क्योंकि यह महाराष्ट्र का मुद्दा है न कि राजनीति का, इसलिए मुझे उम्मीद है कि वह राज्य के लिए अच्छा करेंगे. शिंदे के पास अब फडणवीस जैसा दाहिना हाथ है.
यह पूछे जाने पर कि क्या वह फडणवीस को शिंदे का दाहिना हाथ कहने पर व्यंग्य कर रहे थे, राउत ने कहा, "फडणवीस के पास अधिक अनुभव है. शिंदे और फडणवीस दोनों एक-दूसरे के दाहिने हाथ होंगे. फडणवीस खुश हैं या नहीं, यह सवाल नहीं उठता क्योंकि उन्हें पार्टी नेतृत्व जो कहता है उसका पालन करना होता है.
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