नोएडा न्यूज़: जेवर एयरपोर्ट के दूसरे चरण में विकसित होने वाले एमआरओ (मेंट्रीनेंस, रिपेयर एंड ओवरहालिंग) हब के लिए कंर्सोसिटम बनाने की तैयारी है. इसमें यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (यापल), नायल के साथ एक बड़ी एयरलाइंस को भी रखा जा सकता है. दूसरे चरण में एक के बजाय दो रनवे बनाने की योजना है.
लखनऊ में को नागरिक उड्डयन विभाग के साथ नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (नायल) की होने वाली बैठक में इन महत्वपूर्ण फैसलों पर मुहर लग सकती है. बैठक में नायल और यापल के अधिकारी शिरकत करेंगे. नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (नायल) के एयरपोर्ट के निर्माण क्षेत्र में उतरने की योजना जल्द साकार हो सकती है. इसके लिए कवायद हो रही है.
नायल की योजना है कि यहां पर एयरक्राफ्ट के पुर्जे बनाने वाली कंपनी को भी लाया जाए. इसके लिए दो विकल्पों पर विचार चल रहा है. नायल के अधिकारियों का कहना है कि इसके लिए योजना निकाली जाए, जिसमें एयरक्राफ्ट के पुर्जे बनाने वाली कंपनियों को जमीन आवंटित की जाए या फिर पीपीपी मॉडल अपनाया जा सकता है. बैठक में इस प्रस्ताव पर भी फैसला लिया जाएगा.
एमआरओ हब के लिए प्रस्तावित कंर्सोटिएम में शामिल होने की संभावनाओं को जानने के लिए नायल एक स्टडी करा रहा है. विशेषज्ञ कंपनी पीडब्ल्यूसी इस पर अपनी रिपोर्ट तैयार कर रही है. इस रिपोर्ट के आने के बाद नायल आगे बढ़ेगा.
नोएडा एयरपोर्ट के दूसरे चरण में एमआरओ हब विकसित किया जाएगा. एमआरओ हब में नायल उतरने का विचार कर रही है. इसके अलावा इस चरण में रनवे बढ़ाने और विमानों के पार्ट्स बनाने वाली कंपनियों को भी लाने पर चर्चा कर रहे हैं.
-डॉ. अरुणवीर सिंह, सीईओ नायल