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Pratapgarh कुष्ठ रोगी खोजी महाभियान 29 से, टीमें गांव-गांव जाकर चिन्ह्ति करेेगी रोगी

Shantanu Roy
16 Aug 2024 10:46 AM GMT
Pratapgarh कुष्ठ रोगी खोजी महाभियान 29 से, टीमें गांव-गांव जाकर चिन्ह्ति करेेगी रोगी
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Pratapgarh. प्रतापगढ़। राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत जिले को कुष्ठ रोग से मुक्त करने के उद्देश्य से 29 अगस्त से 14 दिवसीय कुष्ठ रोगी खोजी अभियान चलाया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग की 1105 टीमें घर-घर जाकर संभावित कुष्ठ रोग के लक्षण वाले व्यक्तियों को चिन्ह्ति करेंगी। संदिग्ध रोगी की स्वास्थ्य केंद्र पर जांच की जाएगी। कुष्ठ रोग की पुष्टि होने पर तत्काल उपचार शुरू किया जाएगा। इसको लेकर बुधवार को जिले के खण्ड मुय चिकित्साधिकारी एवं सीएचसी एवं पीएचसी के चिकित्साधिकारियों की एक दिवसीय प्रतिक्षात्मक बैठक हुुई। जिसमें मुय चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जीवराज मीणा ने अभियान के बारे में जानकारी दी। डॉ जीवराज ने जानकारी देते हुए बताया कि बताया कि कुष्ठ छुआछूत का रोग नहीं है। यह एक जीवाणु माइकोबैक्टेरियम लैपरेई से होता है। कुष्ठ रोग में सुन्न दाग धब्बे मिलते हैं। जिनमें खुजली नहीं होती। प्रभावित स्थान पर पसीना नहीं आता और दाग के ऊपर के बाल गिर जाते हैं। समय पर इलाज न मिलने से
व्यक्ति विकलांग हो जाता है।

उन्होंने बताया कि यह अभियान ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में चलेगा। टीमें घर-घर जाकर सर्वे करेंगी तथा कुष्ठ रोगियों को खोजेंगी। इसका प्रशिक्षण टीमों को दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में जिले में 22 कुष्ठ रोगी उपचाररत है। समाज में और कुष्ठ रोगी जो छिपे हुए है, अथवा जिनकी पहचान नहीं हो पा रही है। उनकी पहचान के लिए अभियान चलाया जा रहा है। प्रशिक्षण के दौरान आरसीएचओ डॉ जगदीप खराड़ी ने चिकित्साधिकारियो को क्लीनिकल एक्जॉमिनेशन और फीजिकल पहचान, रिपोर्टिंग, प्रपत्रों के बारे में जानकारी दी दी।इस अवसर पर खण्ड मुय चिकित्साधिकारी डॉ नरेंद्र बर्मा, डॉ गोपाल मीणा, डॉ राजेश बिजारियां, सीएचसी प्रभारी डॉ विजय गर्ग, प्रषिक्षक टिंकू सिंह के साथ ही पीएचसी के सभी प्रभारी चिकित्साधिकारी मौजूद थे। कुष्ठ रोगी खोजी अभियान को लेकर बुधवार को माइक्रोप्लान के अनुसार टीमों का ब्यौरा लिया गया। मुय चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ जीवराज ने बताया कि यह अभियान पल्स पोलियो की तरह चलेगा। जिसमें खोजी टीमें घर घर जाकर लेप्रोसी के संदिग्ध मरीजों को चिन्हिंत करेंगी। चिन्हित रोगियों की लेप्रोसी कंर्फम होने पर निषुल्क दवाईयां, वेलफेयर कीट, एवं सामाजिक सुरक्षा के तहत दिव्यांगता के प्रमाण पत्र भी जारी किए जा सकेंगे।
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