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सत्ता संग्राम... शरद पवार का आखिरी दांव अभी बाकी है...!

jantaserishta.com
22 Nov 2019 4:45 AM GMT
सत्ता संग्राम... शरद पवार का आखिरी दांव अभी बाकी है...!
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नई दिल्ली/मुंबई (ए./टीवी चैनल्स/नेट डेस्क)। महाराष्ट्र में चुनाव नतीजों के ऐलान के करीब एक महीने बाद नई सरकार की तस्वीर अब करीब-करीब साफ हो चुकी है। एनसीपी और कांग्रेस के बीच पिछले 2 दिनों तक चले मंथन के बाद शिवसेना के साथ मिलकर सरकार बनाने पर सहमति बन चुकी है। सूत्रों के मुताबिक सूबे में मुख्यमंत्री शिवसेना का होगा। इसके अलावा 2 डेप्युटी सीएम होंगे जो एनसीपी और कांग्रेस से होंगे। हालांकि, एनसीपी का जोर रोटेशनल सीएम पर है यानी पार्टी शिवसेना के बाद ढाई साल तक अपना मुख्यमंत्री चाहती है। 2 डेप्युटी सीएम की सूरत में शिवसेना का जोर पूरे 5 साल तक के लिए सीएम पद पर होगा। स्पीकर पद कांग्रेस के पास जा सकता है लेकिन एनसीपी की भी इस पद पर नजर है। आज मुंबई में शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के बीच इन मुद्दों पर भी सहमति बन सकती है। सबकुछ सही रहा तो सोमवार को महाराष्ट्र में नई सरकार का गठन हो सकता है। लेकिन राजनीतिक पंडितों का मानना है कि अभी महाराष्ट्र की राजनीति के चाणक्य शरद पवार का आखिरी दांव बाकी है। वहीं अंतिम दौर में मुख्यमंत्री पद के लिए उद्धव ठाकरे के अलावा संजय राउत का नाम भी उछल गया है। अब देखना यह है कि एनसीपी और कांग्रेस मुख्यमंत्री पद के लिए किसके नाम पर राजी होती है?

महाराष्ट्र में नई सरकार का रास्ता आज साफ हो सकता है। राजनीतिक घटनाक्रम आज पूरी तरह से मुंबई शिफ्ट हो गया है और बैठकों का दौर फिर जारी रहेगा। आज कांग्रेस-एनसीपी की शिवसेना के साथ बैठक होगी, जिसमें गठबंधन पर फाइनल मुहर लग सकती है। इसी के बाद गठबंधन का ऐलान किया जाएगा। माना जा रहा है कि गठबंधन सरकार की कमान शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को मिल सकती है। शुक्रवार सुबह संजय राउत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हर कोई चाहता है कि उद्धव ठाकरे ही मुख्यमंत्री का पद संभालें। सिर्फ शिवसेना में ही नहीं बल्कि तीनों पार्टियों की यही मांग है। राउत ने कहा कि तीनों पार्टियों की आज बैठक होनी है, जिसमें सभी मसलों पर फाइनल मुहर लग जाएगी।
उद्धव नहीं तो संजय राउत बनेंगे सीएम? : महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर हलचल तेज है। शिवसेना की ओर से उद्धव ठाकरे का नाम मुख्यमंत्री पद के लिए फाइनल माना जा रहा है। लेकिन अगर उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री पद से इनकार करते हैं तो संजय राउत मुख्यमंत्री पद की रेस में आगे आ सकते हैं। उनका नाम इस वक्त सबसे आगे चल रहा है।
अजीत पवार और थोराट डिप्टी सीएम? : सूत्रों के मुताबिक अगर एनसीपी ढाई-ढाई साल तक के सीएम फॉर्मूले पर जोर नहीं देती है तो कांग्रेस के साथ-साथ उसे भी डिप्टी सीएम का पद मिल सकता है। इस तरह 2 डिप्टी सीएम पर सहमति बन सकती है। एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार पार्टी की तरफ से डिप्टी सीएम के लिए अपने भतीजे अजीत पवार का नाम आगे बढ़ा सकते हैं। अजीत पहले भी एनसीपी-कांग्रेस की सरकार के दौरान 2009 से 2014 तक डिप्टी सीएम रहे थे। वैसे, शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले को अपने पिता की राजनीतिक विरासत का वारिस माना जाता है। इस लिहाज से वह भी डिप्टी सीएम की रेस में शामिल हैं। कांग्रेस की तरफ से महाराष्ट्र यूनिट के अध्यक्ष बालासाहेब थोराट डिप्टी सीएम पद के लिए दावेदार बनकर उभर रहे हैं।
यह है पावर-शेयरिंग फार्मूला : सीएम पोस्ट के लिए शिवसेना चीफ उद्धव ठाकरे का नाम आगे आया है। कांग्रेस और एनसीपी भी चाहते हैं कि उद्धव खुद ही यह जिम्मेदारी संभाले। वहीं डिप्टी सीएम पद के लिए एनसीपी की ओर से अजीत पवार और कांग्रेस की ओर से बालासाहेब थोराट का नाम आगे चल रहा है। मंत्रिपरिषद में 16-15-12 का फॉर्मूला सामने आ रहा है यानी शिवसेना के 16 मंत्री हो सकते हैं। एनसीपी के 15 और कांग्रेस के खाते में 12 मंत्री पद आ सकते हैं।
ढाई-ढाई साल के सीएम के पक्ष में एनसीपी : एनसीपी ढाई-ढाई साल के सीएम के पक्ष में है यानी शुरुआती ढाई साल तक शिवसेना का सीएम हो और आखिरी ढाई साल तक के लिए एनसीपी का सीएम हो। एनसीपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां चाहती हैं कि सीएम पद खुद उद्धव ठाकरे संभाले। वैसे बीजेपी के साथ सीएम पोस्ट पर रस्साकशी के दौरान शिवसेना उद्धव के बेटे आदित्य ठाकरे के नाम को इस टॉप पोस्ट के लिए आगे कर रही थी। 2 डिप्टी सीएम पर अगर सहमति बनती है तो शायद ही शिवसेना सीएम पोस्ट को शेयर करने के लिए राजी हो। ऐसी सूरत में एनसीपी और कांग्रेस अहम मंत्रालयों को अपने पास चाहेंगी। सरकार गठन को लेकर चल रही चर्चाओं से वाकिफ कुछ नेताओं ने बताया कि गृह, वित्त या राजस्व मंत्रालय गैर-शिवसेना पार्टियों यानी एनसीपी और कांग्रेस को मिले, इसकी चर्चा है। अतीत में कांग्रेस-एनसीपी और बीजेपी-शिवसेना दोनों ही गठबंधन सरकारों के दौरान डिप्टी सीएम के पास ही गृह मंत्रालय रहा था।
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