x
चंडीगढ़: पंजाब में बिजली कटौती से कपास की खेती प्रभावित होने की खबर है। इसके चलते राज्य के किसान भी जमकर नाराजगी जाहिर कर रहे हैं। उदाहरण के लिए, खोकर में किसानों ने आम आदमी पार्टी की सरकार का पुतला जलाया। किसानों ने हर रोज 6 से 10 घंटों तक बिजली कटौती होने का दावा किया है। बिजली कटौती के अलावा लू के चलते भी किसान खासे परेशान हैं।
पंजाब के कॉटन (कपास) बेल्ट में किसान बिजली की पर्याप्त आपूर्ति नहीं होने से परेशान हैं। उन्होंने दावा किया है कि हर रोज 6-10 घंटे लंबी बिजली कटौती की जा रही है, जिसके चलते उन्होंने कपास की बुवाई में परेशानी आ रही है। तलवंडी साबो और संगत मंडी इलाकों में नहर के पानी की सप्लाई कम हैं। ऐसे में किसानों को ट्यूबवेल पर निर्भर रहना पड़ता है।
किसान यूनियन के नेता जसवीर सिंह ने दावा किया है कि कृषि विभाग ने 15 अप्रैल से 15 मई के बीच कपास की बुवाई की सिफारिश की थी। लेकिन अगर बिजली की आपूर्ति ऐसी ही रही तो बुवाई में देरी हो सकती है। किसानों ने दावा किया कि लू के चलते भी हरा चारा और सब्जी खराब हो रही है।
इधर, धन के किसान भी बिजली की स्थिति को लेकर परेशान हैं। उन्हें चिंता है कि अगर बिजली की आपूर्ति पर्याप्त नहीं हुई, तो धान बुवाई का सीजन शुरू होने पर मुश्किलें आ सकती हैं।
गुरुवार को नाराज किसान अधिकारियों का घेराव करने। हालात बिगड़ते देखकर कर्मचारियों ने कृषि के लिए बिजली शुरू कर दी थी। बठिंडा जिला के जींद स्थित PSPCL दफ्तर पहुंचे। BKU (एकता-सिद्धूपुर) के नेता गुरविंदर सिंह ने कहा कि 6 घंटे बिजली सप्लाई का वादा किया गया था, लेकिन कृषि क्षेत्र को केवल दो ही घंटे मिल रही थी।
jantaserishta.com
Next Story