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मदुरै: तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि के खिलाफ पॉपुलर फ्रट ऑफ इंडिया (PFI) के कार्यकर्ताओं ने पोस्टरबाजी की है जिसके बाद आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की जांच शुरू कर दी गई है. मामला मदुरै का है.
मदुरै में तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि की आलोचना करते हुए उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) का समर्थक बताते हुए पोस्टर देखा गया. पोस्टर में तमिल में लिखा गया है कि आप (आरएन रवि) अपना बयान वापस लें. RSS के पक्ष में जहर न उगलें. पोस्टर में यह भी लिखा गया है कि राज्यपाल जनता के हितों के खिलाफ काम न करें.
पोस्टर की जानकारी के बाद थल्लाकुलम पुलिस ने PFI के पदाधिकारी मुहम्मद अबुदहिर और सैयद इसहाक के खिलाफ आरोप दायर किया है. साथ ही पुलिस ने कहा है कि मामले की जांच पड़ताल आगे जारी है.
दरअसल, राज्यपाल आरएन रवि हाल ही में चेन्नई में एक पुस्तक विमोचन समारोह में शामिल हुए थे. इस दौरान उन्होंने कहा था कि कुछ संगठन भारत में सांप्रदायिक वैमनस्य (communal disharmony) को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने समारोह में दावा किया था कि पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया एक खतरनाक संगठन है. माना जा रहा है कि राज्यपाल के इस बयान के बाद प्रतिशोध के रूप में ये पोस्टर लगाया गया है.
छह मई को आयोजित कार्यक्रम में राज्यपाल आरएन रवि ने कहा था कि राजनीतिक संसाधन के रूप में हिंसा का उपयोग आतंकवाद का काम है. इसे लेकर कोई भ्रम नहीं होना चाहिए, चाहे वह माओवादी हो, चाहे कश्मीर में हो या पूर्वोत्तर में. इस देश में कोई भी संस्था जो राजनीतिक संसाधन के रूप में हिंसा का उपयोग करती है, वह आतंकवाद का काम है.
उन्होंने कहा कि कुछ ऐसे राजनीतिक दल हैं जो अपने स्वयं के राजनीतिक निहित स्वार्थ के लिए उनका समर्थन कर रहे हैं. यह एक ऐसा खतरा है जिससे हमें बहुत सावधान रहने की जरूरत है. उन्होंने कहा था कि कुल मिलाकर आतंकवाद के सभी कार्य जो हमारे देश में हुए हैं, वे विदेशी स्रोतों से प्रेरित थे और उकसाए गए थे.
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