भारत
बिहार में उर्वरकों को लेकर सियासत, कृषि मंत्री ने कहा, नहीं मिल रही खाद, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने दिखाए आंकड़े
jantaserishta.com
19 Nov 2022 9:09 AM GMT

x
DEMO PIC
पटना (आईएएनएस)| बिहार में उर्वरकों को लेकर एकबार फिर सत्ताा पक्ष और विपक्ष आमने-सामने आ गए हैं। बिहार के कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत ने जहां केन्द्र सरकार पर बिहार में खाद का आवंटन न देकर भेदभाव बरतने तथा किसानों और गरीबों के बीच राज्य सरकार की छवि खराब करने का आरोप लगाया है, वहीं भाजपा के बिहार प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने कहा कि खाद की कोई नहीं है। उन्होंने बिहार सरकार पर ही किसानों को समय पर खाद नहीं पहुंचाने का आरोप लगा दिया। बिहार के कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत ने शुक्रवार ने कहा कि केन्द्र से जरूरत के मुताबिक खाद नहीं मिल रही. है। यूरिया की सबसे अधिक कमी है। 18 नवम्बर तक केन्द्र ने हमें आवश्यकता की तुलना में सिर्फ 37 प्रतिशत यूरिया दिया है। 15 दिसंबर तक गेहूं की खेती के लिए 2 लाख 55 हजार टन यूरिया चाहिए। इसकी क्या गारंटी है कि अगले 15-20 दिन में हमें शेष 63 फीसदी यूरिया केन्द्र दे देगा।
उन्होंने कहा कि बिहार को 1,22,300 मीट्रिक टन डीएपी की जरूरत के विरुद्ध महज 70 प्रतिशत ही आवंटन मिला है, जबकि कम से कम 90 प्रतिशत हमें मिल जाना चाहिए था।
इधर, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने शनिवार को बिहार सरकार द्वारा केंद्र सरकार द्वारा उर्वरक नहीं भेजे जाने के आरोपों पर आईना दिखाते हुए कहा कि पूरे देश में उर्वरकों की कोई कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि बिहार एकमात्र ऐसा राज्य है जहां मुख्यमंत्री से लेकर कृषि मंत्री तक झूठ बोलने का काम करते हैं।
उन्होंने आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि आज भी राज्य सरकार के पास 1,68,000 टन यूरिया का स्टॉक उपलब्ध है, उसके बावजूद भी बिहार सरकार के कृषि मंत्री उर्वरकों की कमी का रोना रोते हुए बिहार की जनता से झूठ बोल रहे हैं। उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री और कृषि मंत्री को चुनौती देते हुए कहा कि बिहार सरकार में अगर हिम्मत हो तो वह जनता को बताएं कि बिहार सरकार के पास उर्वरक का कितना स्टाक है?
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि अगर उन्हें नहीं मालूम तो मैं यह ब्यौरा दे रहा हूं। उन्होंने यह भी कहा कि एक दिसंबर को वे पुन: आंकड़ा देंगे कि किस तरह से कृषि मंत्री ,कृषि विभाग के पदाधिकारी, मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के नेतृत्व में बिहार के किसानों को लूट रहे हैं।
डॉ जायसवाल ने आंकड़ा जारी करते हुए कहा कि बिहार में रबी फसल के लिए यूरिया की जरूरत 12.70 लाख मीट्रिक टन है, जिसमें से 1 अक्टूबर से 18 नवंबर तक 3.60 मीट्रिक टन की जरूरत थी जबकि इस दौरान 3.75 लाख एमटी यूरिया उपलब्ध किया गया। इस बीच बिहार सरकार 2.07 लाख एमटी यूरिया ही किसानों को उपलब्ध करा सकी। उन्होंने कहा कि क्लोजिंग स्टॉक में अभी भी 1.68 लाख एमटी यूरिया की उपलब्धता है।
भाजपा नेता ने कहा कि यही स्थिति डीएपी, एमओपी, एनपीके और एसएसपी के साथ भी है। उन्होंने कहा कि रबी सीजन के लिए डीएपी की जरूरत 3.82 लाख एमटी है, जिसमें 1 अक्टूबर से 18 नवंबर तक 1.63 मीट्रिक टन की जरूरत थी जबकि इस दौरान 2.30 लाख एमटी डीएपी उपलब्ध किया गया। इस बीच, बिहार सरकार 1.41 लाख एमटी डीएपी किसानों को उपलब्ध करा सकी। उन्होंने कहा कि क्लोजिंग स्टॉक में अभी भी 0.90 लाख एमटी डीएपी उपलब्ध है।
उन्होंने दावा करते हुए कहा कि बिहार में खाद की कोई कमी नहीं है। हकीकत है कि बिहार सरकार किसानों को ससमय उर्वरक उपलब्ध कराने में असक्षम साबित हो रही है। उन्होंने कहा कि अपनी कमी छिपाने के लिए मुख्यमंत्री और सरकार झूठ और फरेब कर रही है।

jantaserishta.com
Next Story