भारत

हार्दिक पटेल के इस्तीफे के बाद गरमाई राजनीति, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कही यह बात

jantaserishta.com
20 May 2022 2:37 AM GMT
हार्दिक पटेल के इस्तीफे के बाद गरमाई राजनीति, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कही यह बात
x

गांधीनगर: गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल ने बुधवार को ग्रैंड ओल्ड पार्टी से इस्तीफा दे दिया। ऐसी अटकलें हैं कि पटेल आने वाले दिनों में पंजाब के नेता सुनील जाखड़ की तरह भाजपा में शामिल हो सकते हैं जो कांग्रेस छोड़कर भगवा पार्टी में शामिल हो गए। पटेल भाजपा में शामिल हों या नहीं, कांग्रेस से उनके बाहर निकलने से गुजरात में सत्तारूढ़ पार्टी को मदद मिलने की संभावना है।

इन तमाम अटकलों के बीच कांग्रेस ने हार्दिक पटेल को निशाने पर लिया है। हार्दिक पटेल के कांग्रेस छोड़ने के एक दिन बाद, पार्टी की गुजरात इकाई के अध्यक्ष जगदीश ठाकोर ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि उन्होंने यह कदम इसलिए उठाया क्योंकि उन्हें डर था कि उनके खिलाफ दर्ज देशद्रोह के मामलों में उन्हें जेल जाना पड़ सकता है। ठाकोर ने यह दावा भी किया कि पटेल सत्ताधारी भाजपा में शामिल हो सकते हैं।
कांग्रेस नेता ने ये दावे पटेल द्वारा यहां एक संवाददाता सम्मेलन करने के तुरंत बाद किए। पटेल ने आरोप लगाया कि पार्टी की राज्य इकाई का कार्यकारी अध्यक्ष होने के बावजूद उन्हें कोई सार्थक काम नहीं दिया गया। पटेल ने यह भी आरोप लगाया कि पार्टी के पास कोई दूरदृष्टि नहीं है और इसकी राज्य इकाई "जाति-आधारित राजनीति" में लगी है।
गुजरात में विधानसभा चुनावों से कुछ महीने पहले कांग्रेस से बुधवार को इस्तीफा देने वाले पटेल ने दावा किया कि कांग्रेस के शीर्ष नेताओं का ध्यान अपने मोबाइल फोन में लगा रहता है और गुजरात कांग्रेस के नेता उनके लिये चिकन सैंडविच की व्यवस्था करने में लगे रहते हैं। राहुल गांधी की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल किए जाने के एक साल बाद जुलाई 2020 में उन्हें कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था।
यहां से करीब 220 किलोमीटर दूर राजकोट में संवाददाताओं से बात करते हुए ठाकोर ने आरोप लगाया कि पटेल ने दिन में संवाददाता सम्मेलन के दौरान जो कुछ भी कहा और जो कुछ उनके त्याग पत्र में लिखा था, उसका मजमून सत्तारूढ़ भाजपा द्वारा तैयार किया गया था।
ठाकोर ने दावा किया, "हार्दिक को डर था कि कांग्रेस में रहने पर उन्हें देशद्रोह के मामलों में जेल भी जाना पड़ सकता है। इसलिए, संभावित सजा से खुद को बचाने के लिए, उन्होंने कांग्रेस छोड़ने का फैसला किया और वे भाजपा में भी शामिल हो सकते हैं।"
कभी आरक्षण के लिए पाटीदार समुदाय के आंदोलन का नेतृत्व करने वाले पटेल गुजरात में लगभग 25 आपराधिक मामलों का सामना कर रहे हैं, जिनमें अहमदाबाद और सूरत में राजद्रोह के आरोप में दर्ज एक-एक प्राथमिकी शामिल हैं। कार्यकारी अध्यक्ष होने के बावजूद दरकिनार किए जाने और कोई महत्वपूर्ण काम नहीं दिए जाने के पटेल के आरोपों का खंडन करते हुए ठाकोर ने कहा कि पार्टी ने उन्हें हाल ही में हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में "स्टार प्रचारक" बनाया था।
ठाकोर ने दावा किया, "सिर्फ इतना ही नहीं, उन्हें हेलीकॉप्टर और विमानों में यात्रा करने की सुविधा दी गई थी। राष्ट्रीय स्तर की पार्टी की प्रमुख बैठकों के दौरान उन्हें हमेशा महत्व दिया जाता था।" उन्होंने पटेल पर पिछले कुछ समय से भाजपा के संपर्क में रहने का भी आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, "पिछले एक महीने से वह जिस तरह (नेतृत्व के खिलाफ) बोल रहे थे, उससे उनके अगले कदम के संकेत मिल रहे थे। हम यह भी जानते थे कि वह भाजपा के संपर्क में हैं। लेकिन हम इस मुद्दे को सौहार्दपूर्ण ढंग से सुलझाने की कोशिश कर रहे थे क्योंकि हमें विश्वास था कि वह जेल जाने के डर से इतनी आसानी से आत्मसमर्पण नहीं करेंगे।"

Next Story