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लाल बहादुर शास्त्री की पुण्यतिथि पर राजनेताओं ने श्रद्धांजलि दी
jantaserishta.com
11 Jan 2023 8:10 AM GMT
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फाइल फोटो
नई दिल्ली (आईएएनएस)| 'जय जवान जय किसान' का नारा देने वाले भारत के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की पुण्यतिथि पर कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित बहुत सारे नेताओं ने शास्त्री जी को श्रद्धांजलि अर्पित की। ट्विटर के माध्यम से लाल बहादुर शास्त्री को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे ने कहा कि 'जय जवान, जय किसान' के उद्घोषक, महान गांधीवादी, पूर्व प्रधानमंत्री व हमारे आदर्श, लाल बहादुर शास्त्री जी की पुण्यतिथि पर स्मृति वंदन।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लाल बहादुर शास्त्री को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए एक ट्वीट द्वारा कहा कि जय जवान जय किसान के उद्घोषक पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न लाल बहादुर शास्त्री की पुण्यतिथि पर उनको विनम्र श्रद्धांजलि आप सदैव सादगी, समाजिक सुचिता मूल्यों और आदशरें के श्रेष्ठ प्रतिमान के रूप में स्मरण किए जाएंगे।
लाल बहादुर शास्त्री का जन्म 2 अक्टूबर 1904 को वाराणसी के मुगलसराय में हुआ था। जवाहरलाल नेहरू का उनके प्रधानमंत्री के कार्यकाल के दौरान 27 मई 1964 को मृत्यु हो जाने के बाद शास्त्री जी को 1964 में भारत का प्रधानमंत्री बनाया गया। लाल बहादुर शास्त्री भारत के दूसरे प्रधानमंत्री थे। लाल बहादुर शास्त्री 9 जून 1964 से 11 जनवरी 1966 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे। 11 जनवरी 1966 को उनकी रहस्यमय परिस्थितियों में मृत्यु हो गई थी।
लाल बहादुर शास्त्री ने काशी विद्यापीठ से शास्त्री की उपाधि प्राप्त की। भारत की स्वतंत्रता के पश्चात शास्त्री जी को उत्तर प्रदेश के संसदीय सचिव के रूप में नियुक्त किया गया था। और इसके अलावा गोविंद बल्लभ पंत के मंत्रिमंडल में उन्हें पुलिस एवं परिवहन मंत्रालय सौंपा गया था। एक परिवहन मंत्री के कार्यकाल में उन्होंने पहली बार महिला संवाहक को (कंडक्टर) की नियुक्ति की थी। पुलिस विभाग के मंत्री होने के बाद उन्होंने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लाठी की जगह पानी की बौछार का प्रयोग प्रारंभ कराया था। लाल बहादुर शास्त्री अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव भी रहे। लाल बहादुर शास्त्री की छवि बहुत साफ थी। शास्त्री जी ईमानदार और देशभक्त थे। लाल बहादुर शास्त्री को मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित भी किया गया था।
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