बाइक चोर को पकड़ने मंदिर के बाहर भक्त बने पुलिसवाले, गैंग का किया पर्दाफाश
राजस्थान। आपने एक कहावत जरूर सुनी होगी कि अपराध करने वाला चाहे कितना भी शातिर क्यों ना हो कानून के हाथों से वह नहीं बच सकता है. राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले (chittorgarh) में बेंगू थाना पुलिस पर यह कहावत एकदम चरितार्थ होती है जहां पुलिस ने बाइक चोरों को पकड़ने के लिए एक ऐसी तकनीक का सहारा लिया जिसकी चर्चा अब हर तरफ हो रही है. दरअसल बेंगू थाना पुलिस इलाके में लगातार हो रही बाइक चोरी (bike theft gang) के बाद भगवान की शरण में पहुंची और भक्त बनकर चोरों को दबोचा. आइए पूरा मामला आपको सिलसिलेवार ढ़ंग से समझाते हैं. चित्तौड़गढ़ में स्थित मांडना और जोगणिया माता मंदिर के बाहर से लगातार बाइक चोरी की घटनाएं सामने आई जिसके बाद पुलिसवाले (begun police) कई दिनों तक मंदिर के गेट पर भक्त बनकर बैठे और पूरी गैंग को पकड़ा. पुलिस ने चोरों की गैंग से कुल 16 मोटरसाइकिलें बरामद की हैं जो मंदिर के आसपास के इलाकों से चोरी की गई थी.
पुलिस ने बताया कि इलाके में स्थित मांडना और जोगणिया माता मंदिर के बाहर से लगातार बाइक चोरी होने की शिकायतें आ रही थी जिसके बाद चोरों का पता करने के लिए थाना एसएचओ रतन सिंह ने एक स्पेशल टीम बनाई और पुलिसवालों को निर्देश दिए गए कि वह सादी वर्दी में मंदिर के गेट के बाहर बैठे. पुलिसवाले ने आदेश अनुसार मंदिर के बाहर बैठे और कई दिनों तक बैठने के बाद 18 जून की शाम को मंदिर के पास खड़ी बाइक के पास एक संदिग्ध युवक दिखा.
पुलिस ने शक होने पर उससे थाने ले जाकर पूछताछ शुरू की जिसकी पहचान कालू लाल के रूप में की गई. वहीं कुछ देर की पूछताछ के बाद आरोपी ने सबकुछ कबूल लिया और अपने साथी नारायण लाल रेगर, सोनू मेघवाल और जसवंत के बारे में बताया. इसके बाद पुलिस ने इन तीनों को गिरफ्तार कर सभी बाइकें बरामद की.