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पुलिसकर्मियों ने चिकन लॉलीपॉप, सूप और तंदूरी रोटी मंगवाया, जानें क्यों मचा बवाल?

jantaserishta.com
10 March 2024 4:50 AM GMT
पुलिसकर्मियों ने चिकन लॉलीपॉप, सूप और तंदूरी रोटी मंगवाया, जानें क्यों मचा बवाल?
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सांकेतिक तस्वीर

शिकायत किए जाने पर अधिकारियों ने कार्रवाई शुरू कर दिया है।
पटना: बिहार की राजधानी पटना में एनआरआई रितेश बत्रा के साथ चोरी मामले में बिहार पुलिस का स्याह चेहरा उजागर हुआ है। मामले की जांच करने गयी पुलिस ने पीड़ित एनआरआई को न सिर्फ प्रताड़ित किया बल्कि उस पर प्रेशर डालकर चिकेन लॉली पॉप और चिके चिली के मजे लिए। बैग चोरी हो जाने से उसके पास रुपए नहीं थे तो भाई को बुलाकर उसने होटल के बिल भरवाए। शिकायत किए जाने पर अधिकारियों ने कार्रवाई शुरू कर दिया है।
दरअसल ऑटो में रखे एनआरआई रितेश बत्रा के सामान को लेकर भागने के मामले में जांच करने गई कोतवाली पुलिस पर गंभीर आरोप लगे हैं। पुलिस सीसीटीवी में कैद वीडियो दिखाने के लिये एनआरआई को अपने साथ ले गई थी ताकि आरोपित ऑटो चालक की पहचान हो सके। वापस लौटने के दौरान पुलिसवालों ने एनआरआई से भोजन करवाने को कहा। पीड़ित ने जब पैसे नहीं होने की बात कही तो पुलिस वाले उस पर दबाव बनाने लगे।
पीड़ित का आरोप है कि सिपाही उन्हें डाकबंग्ला स्थित एक रेस्टोरेंट में ले गये। आरोपों की मानें तो पुलिसवालों ने पहले चिकेन चिल्ली, सूप से लेकर अन्य लजीज व्यंजन परोसने के लिये कहा। यह देख रेस्टोरेंट के कर्मी ने शिवरात्री का हवाला देकर ये व्यंजन न होने की बात कही। फिर पुलिसकर्मियों ने चिकेन लॉली पॉप, चिकेन सूप और तंदूरी रोटी का ऑर्डर दिया। लजीज व्यंजनों का स्वाद चखने के बाद उन्होंने एनआरआई को बिल भरने का इशारा किया।
यह सुनते ही पीड़ित के होश उड़ गये। उन्होंने कहा कि उनके सामान के साथ बैग में रखे रुपये भी ऑटो चालक अपने साथ ले गया है। बाद में किसी तरह उन्होंने अपने भाई को कॉल कर इसकी जानकारी दी। फिर एनआरआई के भाई ने रेस्टोरेंट का बिल भरा। इसके बाद वे होटल से निकलकर अपने घर पहुंचे।
पीड़ित ने मामले की शिकायत अधिकारियों से की है। पुलिस वालों की इस करतूत को लेकर डीएसपी विधि व्यवस्था कृष्ण मुरारी प्रसाद ने बताया कि इस मामले की जांच की जायेगी। उन्होंने कहा कि यह मामला गंभीर किस्म का है क्योंकि जिस व्यक्ति का बैग गायब हो गया उसी पर खाना खिलाने के लिए प्रेशर बनाया गया। उन्होंने कहा कि अगर आरोप सही मिले तो पुलिसकर्मियों के ऊपर कार्रवाई होगी।
एनआरआई का आरोप है कि पुलिसवाले एक ऑटो चालक को पकड़कर लाये थे। रजिस्ट्रेशन नंबर के आधार पर उसे पकड़ा गया था। बगैर पूछताछ किये ही उसे थाने से छोड़ दिया गया। कोतवाली थानेदार राजन कुमार की मानें तो एनआरआई उस ऑटो की पहचान नहीं कर पा रहे हैं जिस पर वे सवार हुये थे। जिस ऑटो चालक से पुलिस ने पूछताछ की थी उसका पूरा ब्यौरा पुलिस के पास है। जरूरत पड़ने और सबूत मिलने पर उसे दोबारा बुलाया जायेगा।
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