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पुलिस महीनों करती रही बच्चे के जन्म का इंतजार, 'बर्थ रिकॉर्ड' से गिरफ्त में आया इनामी गैंगस्टर

Deepa Sahu
11 Jun 2021 5:22 PM GMT
पुलिस महीनों करती रही बच्चे के जन्म का इंतजार, बर्थ रिकॉर्ड से गिरफ्त में आया इनामी गैंगस्टर
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किसी “मोस्ट-वांटेड” और 50 हजार के इनामी गैंगस्टर को पकड़ने के लिए दिल्ली पुलिस ने तीन राज्यों में क्या-क्या पापड़ न बेले.

किसी "मोस्ट-वांटेड" और 50 हजार के इनामी गैंगस्टर को पकड़ने के लिए दिल्ली पुलिस ने तीन राज्यों में क्या-क्या पापड़ न बेले. यहां तक कि आरोपी तक पहुंचने के लिए दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल की टीमें ने महीनों तक आरोपी की गर्भवती पत्नी द्वारा शिशु का जन्म कराए जाने का इंतजार तक किया. फिलहाल दिल्ली पुलिस द्वारा किसी गैंगस्टर को पकड़े जाने की यह कहानी इन दिनों देश के तीन राज्यों (यूपी, दिल्ली, राजस्थान) के पुलिस महकमे में चर्चा का विषय बनी हुई है.

गिरफ्तार मोस्ट वांटेड गैंगस्टर का नाम नरेंद्र उर्फ रवि गंगवाल (33) है. गंगवाल गैंग ने साल 2014 में दिल्ली की तिहाड़ जेल के भीतर ही कत्ल की एक वारदात को अंजाम दे डाला था. गैंगवार में जब एक साथी विरोधी गुट ने मार डाला तो बदला लेने के लिए इस गैंग ने एक बदमाश के पैरों को हैमर से कुचल डाला था. इन तमाम तथ्यों की पुष्टि शुक्रवार को दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के डीसीपी (पुलिस उपायुक्त) प्रमोद सिंह कुशवाह ने भी की.
गिरफ्तारी के बनाई गई थी विशेष टीम
डीसीपी कुशवाह के मुताबिक इस मोस्ट वांटेड अपराधी नरेंद्र उर्फ रवि गंगवाल को गिरफ्तार करने के लिए स्पेशल सेल (नई दिल्ली रेंज) के सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) ललित मोहन नेगी-हृदय भूषण के नेतृत्व में एक विशेष टीम बनाई गई थी. दोनो एसीपी के नेतृत्व में बनी टीमों में नई दिल्ली रेंज (स्पेशल सेल) के इंस्पेक्टर प्रमोद चौहान, इंस्पेक्टर राहुल कुमार को भी शामिल किया गया था.
नरेंद्र उर्फ रवि गंगवाल दिल्ली के मदनगीर (अंबेडकर नगर) इलाके का घोषित बदमाश है. उसके खिलाफ दिल्ली के अंबेडकर नगर, नेब सराय, हरिनगर, संगम विहार, स्पेशल सेल, अमर कालोनी आदि थाने में 10 से ज्यादा आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं. गैंगस्टर रवि के लिंक्स पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा के कुख्यात बदमाशों से भी मिले हैं. साल 2018 में उसके खिलाफ मकोका जैसे कड़े कानून के तहत भी मुकदमा दर्ज किया गया था. इसके अलावा स्पेशल सेल के थाने में उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत भी मुकदमा कायम था.
हर बार पुलिस को देता था चकमा
डीसीपी स्पेशल सेल प्रमोद सिंह कुशवाह के मुताबिक,"गैंगस्टर रवि गंगवाल की गिरफ्तारी के लिए सेल की टीमें अगस्त 2019 से ही उसके पीछे लगी हुई थीं. हर बार मगर वो पुलिस टीमों को गच्चा देकर निकल जा रहा था. पता चला था कि मोस्ट वांटेड और 50 हजार का इनामी बदमाश रवि दिल्ली से सटे यूपी के हाईटेक शहर नोएडा के सेक्टर 120 में स्थित एक फ्लैट में लंबे समय से छिपकर रह रहा है. तमाम कोशिशों के बाद भी मगर दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल को रवि अब तक कभी हाथ नहीं लग सका. इसी बीच वांछित आरोपी नोएडा सेक्टर 120 से 128 में शिफ्ट हो गया."
"वहां पुलिस पहुंची तो पता चला कि वो 20 दिन पहले ही उस फ्लैट को भी खाली कर चुका है. सेक्टर 128 नोएडा वाली सोसायटी से दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल (नई दिल्ली रेंज) की टीमों को इतना जरुर पता चल गया कि रवि गंगवाल की पत्नी गर्भ से है. कुछ ही महीनों के बाद वो शिशु को जन्म देगी. साथ ही यह भी पता चला था कि इन दिनों रवि गंगवाल दिल्ली के रजिस्ट्रेशन नंबर की नीले रंग की बलेनो कार का इस्तेमाल कर रहा है."
चार साल से पीछे पड़ी थी स्पेशल सेल
रवि गंगवाल की तलाश में साल 2018 से उसके पीछे हाथ धोकर पड़ी दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल की टीमों को पता चला कि, नीले रंग की जिस बलेनो कार का इस्तेमाल बदमाश कर रहा है, उस कार का कुछ दिनों पहले ही राजस्थान ट्रैफिक पुलिस ने जयपुर में चालान काटा है. स्पेशल सेल की टीमों ने राजस्थान पुलिस की मदद से किसी तरह उस चालान की डिटेल हासिल की. साथ ही अपनी नजरें कार का चालान काटे जाने वाले इलाके में मौजूद स्थित अस्पतालों, नर्सिंग होम्स पर गड़ा दीं.
अस्पतालों और नर्सिंग होम्स पर अपना मुखबिर तंत्र दिल्ली पुलिस की टीमों ने इसलिए बढ़ाया था कि, उसे उम्मीद थी कि जो और जिस तरह की सूचनाएं उसे (बदमाश के पीछे पड़ी पुलिस टीमों को) मिलीं थीं, उस हिसाब से अब तक आरोपी की पत्नी ने इलाके के किसी अस्पताल में जरुर गर्भस्थ शिशु को जन्म दे दिया होगा. मई 2021 आते आते दिल्ली पुलिस टीमों की यह आशंका हकीकत में बदल गई.
दिल्ली का डॉन राजस्थान में ऐसे मिला
दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के उपायुक्त प्रमोद सिंह कुशवाह के मुताबिक, "हमारी टीमों को पता चल गया कि जयपुर के वैशाली नगर इलाके में स्थित एक नर्सिंग होम/अस्पताल में आरोपी की पत्नी ने अप्रैल 2021 में नवजात शिशु को जन्म दिया है. इसी के साथ हमने सबूत के बतौर अस्पताल प्रशासन को विश्वास में लेकर वहां से आरोपी के नवजात शिशु के जन्म, पता-ठिकाना संबंधी व अन्य बाकी तमाम जरुरी जानकारियां हासिल कीं.
इसके बाद पुलिस ने जयपुर नगर निगम से नवजात शिशु का जन्म प्रमाण पत्र भी हासिल कर लिया. इसी बीच हमारी दूसरी टीमों को वैशाली नगर (जयपुर) इलाके में आरोपी की नीले रंग की बलेनो कार भी खड़ी दिखाई दे गई." सब कुछ हाथ में आते ही पुलिस टीमों ने 8 जून 2021 को वैशाली नगर जयपुर में जाल बिछाकर आरोपी रवि गंगवाल को दबोच लिया.
खूंखार इतना कि रोंगटे खड़े हो जाएं
गिरफ्तारी के बाद कुख्यात गैंगस्टर रवि गंगवाल ने पुलिस को बताया कि साल 2014 में उसने विरोधी गैंग के बदमाश आशू और उसके परिवार वालों पर अंधाधुंध गोलियां भी बरसाई थीं. उस गोलीबारी में गैंगस्टर आशू की बहन की गोली लगने से मौत हो गई थी. उस मामले में रवि गंगवाल गिरफ्तार हुआ था. मई 2015 में रवि ने अन्य बदमाशों के साथ मिलकर तिहाड़ जेल के भीतर ही अजय उर्फ छोटू की हत्या कर दी थी. अजय छोटू की हत्या का बदला उसके साथियों ने साल 2015 में रवि गंगवाल गैंग के बदमाश रमाकांत उर्फ राजू की हत्या करके लिया था.
गैंगवार के चलते शाहरुख बदमाश ने 30 मार्च 2021 को रवि गंगवाल के राइटहैंड कुणाल की दिल्ली के मदनगीर इलाके में हत्या कर दी थी. इसके बदले में रवि गंगवाल ने शाहरुख गैंग के सूरज मद्रासी की दोनो टांगों को हैमर से बुरी तरह कुचलवा डाला. गिरफ्तार नरेंद्र उर्फ रवि गंगवाल दिल्ली विवि से ग्रेजुएट है.


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