श्रीमाधोपुर: सीकर जिले के श्रीमाधोपुर थाने में दर्ज धोखाधड़ी के मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए एक आरोपी मक्खन बावरिया को गिरफ्तार किया है. जानकारी के अनुसार पीड़ित को आरोपी ने भरोसे में लेकर पहते तो एक चमत्कारी कछुआ देकर उससे पैसे ले लिए और बाद में कछुआ भी नहीं दिया.
थानाधिकारी करणसिंह खंगारोत ने बताया कि पीड़ित रींगस निवासी भरत सिंह ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसके साथ कुछ लोग कछुआ दिलाने के बहाने लाखों रुपए ले गए और ना तो कछुआ दिया और ना ही पैसे लौटाए. आरोपी मक्खन बावरिया और सुमन बावरिया ने उसे घर में कछुए को रखना सुख समृद्धि के लिए फायदेमंद बताया. भरत को दो लाख रुपए में कछुआ दिलाने को कहा.
दो लाख रुपए नहीं होने के कारण भरत ने 50 हजार रुपए नगद और सोने-चांदी के गहने देने की बात कही. सहमति बनने के बाद पीड़ित मुंडरु में पैसे और गहने लेकर पहुंचा. जहां पर उससे पैसे और गहने ले लिये और एक थैला थमा दिया और कछुए को घर पर ही जाकर देखने की बात कही. भरत ने बीच रास्ते में थैला देखा तो उसमें कछुआ नहीं था.
भरत ने आरोपियों को फोन किया तो उनका मोबाइल बंद मिला. पीड़ित ने पुलिस को बताया कि तीन महीने पहले मक्खन और सुमन बावरिया ने भैरूजी मोड़ पर उसकी दुकान किराए पर ली थी. फिर विश्वास में लेकर दो घंटे में चमत्कार दिखाने वाले कछुए के बारे में बताया. पीड़ित ने उनकी बातों में आकर पचास हजार रुपए और दो सोने के बाजू,दो अंगूठी, दो कान के झुमके सहित सोने के कई आइटम आरोपियों को दे दिए. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर आज एक आरोपी मक्खन बावरिया को गिरफ्तार किया है.