कांग्रेस प्रत्याशी को प्रस्तावक समझ नामांकन के समय पुलिस ने रोका, जमकर हुई कहासुनी
उन्होंने कहा कि उनका पांचवां प्रस्तावक अभी तक आया नहीं है, लेकिन इसके बावजूद पुलिस ने उन्हें अंदर जाने नहीं दिया। पुलिस ने उन्हें बीच में ही रोक लिया, जिसके बाद वो अपना रोष जाहिर करने के लिए अपने समर्थकों के साथ सड़क पर बैठ गए। इसके बाद, उन्होंने अपने प्रस्तावक अमिताभ बाजपेई को फोन कर कहा कि आप जल्दी आइए। आप अभी तक आए नहीं हैं, इसलिए मुझे अंदर जाने नहीं दिया जा रहा है।जब कोई भी प्रत्याशी नामांकन दाखिल करने जाता है, तो उसके साथ पांच प्रस्तावक होते हैं। बता दें कि आलोक मिश्रा दो सेट पहले ही फाइल कर चुके हैं, बाकी दो सेट फाइल करने के लिए पहुंचे थे।
कानपुर हमेशा से ही कांग्रेस का गढ़ रहा है। इस बीच, कांग्रेस ने यहां से 28 साल बाद किसी ब्राह्मण चेहरे पर दांव लगाया है, जिसके कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। आलोक मिश्रा कानपुर के बड़े चेहरों में शुमार हैं। उनका मुकाबला बीजेपी के रमेश अवस्थी से है।
कांग्रेस के ख़राब चुनावी प्रबंधन का एक और उदाहरण
— Anurag Chaddha (@AnuragChaddha) April 23, 2024
कानपुर में नामांकन के लिए प्रस्तावक सपा विधायक अमिताभ बाजपेई को मनाते कांग्रेस के प्रत्याशी आलोक मिश्रा।
क्या इसकी मज़बूत तैयारी पहले से नहीं होनी चाहिए, अगर सूरत जैसा कुछ होगा तो फिर भाजपा पर दोष मढ़ोगे। pic.twitter.com/eOItWkuP1w