श्रीकांत त्यागी की 5 लग्जरी गाड़ियां पुलिस ने किया सीज, एक समान है सभी वाहनों के नंबर
सोर्स न्यूज़ - आज तक
यूपी। नोएडा का 'गालीबाज' श्रीकांत त्यागी आखिरकार मंगलवार को पुलिस के हत्थे चढ़ गया. पुलिस ने मेरठ से गिरफ्तार कर उसे देर शाम गौतमबुद्ध नगर की जिला अदालत में पेश किया. जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. इससे पहले तक आरोपी नोएडा पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया था. नोएडा पुलिस ने उस पर 25 हजार का इनाम घोषित करना पड़ा. अब उसे गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम को 3 लाख का इनाम देने का ऐलान किया गया है.
आरोपी को गिरफ्तार किए जाने के बाद नोएडा पुलिस ने उससे घंटों पूछताछ की. जिसमें कई बड़े खुलासे हुए. पुलिस ने उसके पास से बरामद की गई 5 लग्जरी गाड़ियों के बारे में भी पूछताछ की. इस दौरान उसने बताया कि उसकी गाड़ी पर जो विधानसभा सचिवालय का स्टीकर लगा था, वो स्टीकर स्वामी प्रसाद मौर्य ने उसे दिया था. आरोपी के पास से पुलिस को 5 लग्जरी गाड़ियां मिली हैं. जिन्हें पुलिस ने सीज किया है. इनमें 2 फॉर्च्यूनर, 2 सफारी और 1 होंडा सिटी शामिल है. इनमें से एक फॉर्च्यूनर पर विधायक का स्टीकर और एक फॉर्च्यूनर की नंबर प्लेट पर उत्तर प्रदेश सरकार का आधिकारिक लोगो मिला था. प्रेस कांफ्रेंस के दौरान नोएडा पुलिस आयुक्त आलोक सिंह ने बताया था कि आरोपी के पास से जो गाड़ियां मिली हैं, उन सभी गाड़ियों का नंबर 0001 है. आरोपी वीआईपी नंबर का शौकीन है. इन गाड़ियों पर नोएडा, गाजियाबाद और लखनऊ का रजिस्ट्रेशन है. आरोपी ने बताया कि प्रत्येक गाड़ी पर ये वीआईपी नंबर लगवाने के लिए उसके द्वारा 1-1 लाख रुपये की मोटी कीमत चुकाई गई है.
गिरफ्तार होने के बाद भी आरोपी की हेकड़ी कम होती नहीं दिखी. यही कारण है कि प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पुलिस आयुक्त आलोक सिंह के कई बार कहने पर आऱोपी ने महज कुछ सेकेंड के लिए मास्क हटाया और फिर वापस लगा लिया. वहीं कोर्ट में पेशी के दौरान मीडिया के सवालों से बचते हुए हवा में हाथ हिलाकर भी उसने दिखा दिया कि उसमें कानून का कोई खास खौफ नहीं है.
बीजेपी के प्रवक्ता आलोक अवस्थी ने आरोपी श्रीकांत की कार पर मिले सचिवालय के पास को लेकर स्वामी प्रसाद मौर्य और अखिलेश पर निशाना साधा. उन्होंने ट्वीट कर लिखा, 'स्वामी प्रसाद मौर्य और उनके नेता अखिलेश यादव जी क्या आप बतायेंगे कि बदमाश श्रीकांत त्यागी को सचिवालय पास क्यों दिलाया? और अभी ऐसे कितने बदमाश आपने आस्तीन में छुपाये हुए हैं, जो सचिवालय पास भी रखते हैं.