मुंबई। महाराष्ट्र के पालघर जिले के एक क्लीनिक में बिना किसी वैध लाइसेंस और प्रमाण पत्र के मेडिसिन प्रैक्टिस कर रही 40 वर्षीय एक महिला को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने शनिवार को इस मामले को लेकर जानकारी दी. उन्होंने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर एमबीवीवी पुलिस के मानव तस्करी रोधी प्रकोष्ठ (AHTC) ने वसई में एक निजी क्लीनिक पर छापा मारा. छापेमारी के दौरान पाया कि शुभांगी बिना किसी वैध लाइसेंस और प्रमाण पत्र के अपने पति डॉ. गणेश आर वंगारी के साथ मेडिसिन प्रैक्टिस कर रही थीं. पति के पास को वैध लाइसेंस था. लेकिन शुभांगी के पास नहीं था. जिस वजह से उसे गिरफ्तार कर लिया गया. शुभांगी के खिलाफ धारा 420 के तहत मामला दर्ज किया गया है.
इससे पहले उत्तर प्रदेश में फिरोजाबाद पुलिस ने सरकारी मेडिकल कॉलेज में फर्जी डॉक्टर बनकर प्रैक्टिस कर रहे दो लोगों को गिरफ्तार किया. आरोपियों की पहचान संकेत कुमार और दीपक यादव के रूप में हुई. ये मरीजों और उनके परिवारों से जबरन वसूली की शिकायत मिलने के बाद कॉलेज के प्रिंसिपल द्वारा गठित डॉक्टरों की एक टीम में निरीक्षण के दौरान ट्रॉमा सेंटर में मरीजों का इलाज करते हुए पकड़े गए.
फिरोजाबाद उत्तर पुलिस स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) संजीव दुबे ने कहा, "प्रशासन द्वारा सौंपे गए दो लोगों पर आईपीसी की धारा 420 (धोखाधड़ी और बेईमानी) के तहत मामला दर्ज किया गया है और जेल भेज दिया गया है." प्रारंभिक जांच में पता चला कि आरोपियों में से एक ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर का रिश्तेदार है, इसलिए स्टाफ ने कभी भी इसकी शिकायत कॉलेज प्रशासन से नहीं की.