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हनी ट्रैप में फंसे डॉक्टर को पुलिस ने ढूंढ निकाला, ये है पूरा मामला

jantaserishta.com
17 July 2021 12:33 PM GMT
हनी ट्रैप में फंसे डॉक्टर को पुलिस ने ढूंढ निकाला, ये है पूरा मामला
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पुलिस ने एक महिला और एक बदमाश को भी गिरफ्तार किया है.

उत्तर प्रदेश के आगरा जिले से अपहरण किए गए वरिष्ठ डॉक्टर उमाशंकर गुप्ता को आखिर धौलपुर पुलिस और आगरा पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए कोतवाली थाना क्षेत्र के भमरौली और घेर गांव के चंबल के बीहड़ों से मुक्त करा लिया. पुलिस ने एक महिला और एक बदमाश को भी गिरफ्तार किया है. हनी ट्रैप में डॉक्टर फंस गया था.

बुधवार सुबह से ही धौलपुर एसपी और आगरा एसपी चंबल के बीहड़ों में दबिश रहे थे. पुलिस के सार्थक और कठिन प्रयासों की बदौलत देर रात को डॉक्टर को हाथ-पैर से बंधी हुई अवस्था में मुक्त करा लिया गया. अपहरणकर्ताओं ने डॉक्टर के परिजनों से 5 करोड़ रुपये फिरौती की मांग की थी लेकिन बदमाश अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो सके.डॉक्टर को मुक्त करा कर धौलपुर पुलिस और आगरा पुलिस ने बड़ी राहत की सांस ली है.
बता दें कि उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के एत्माद्दौला क्षेत्र के रहने वाले डॉक्टर उमाकांत गुप्ता का मंगलवार की देर शाम को अपहरण हुआ था. अपहरणकर्ता डॉक्टर को अपहरण कर जिले के दिहोली थाना क्षेत्र के चंबल नदी के बीहड़ों में लाकर छिप गए थे. एसपी धौलपुर केसर सिंह शेखावत ने बताया कि डॉक्टर के अपहरण के मामले से आगरा सिटी एसपी रोहन बोत्रे ने जिला पुलिस को मामले से अवगत कराया. तकनीकी साक्ष्यों पर शुरुआत में डॉक्टर की लोकेशन चंबल के बीहड़ों में मिली थी.
इस दौरान निहालगंज थाना पुलिस के गश्तीदल को आगरा की कार संदिग्धावस्था में मिली. गश्तीदल ने कार को रुकवाया और कार सहित बदमाश को पुलिस थाने लाए. जब पुलिस ने बदमाश से पूछताछ की तो उसने सारा सच उगल दिया कि आगरा से एक डॉक्टर का अपहरण करके हम चार लोग लाए हैं जिसके बाद गश्तीदल ने पुलिस अधीक्षक केसर सिंह शेखावत को मामले की जानकारी दी और एसपी शेखावत ने आगरा पुलिस को सूचना दी.
एसपी शेखावत ने निहालगंज थाने पहुंच कर पकड़े गए संदिग्ध बदमाश से पूछताछ की, उसने डॉक्टर के अपहरण की बात बताई जिसकी निशानदेही पर बुधवार सुबह से ही धौलपुर एसपी और आगरा एसपी के नेतृत्व में भारी पुलिस बल को साथ लेकर चंबल नदी के बीहड़ों में सर्चिंग अभियान चलाया. चंबल नदी मध्य प्रदेश सीमा से लगी हुई है. ऐसे में अपहरणकर्ताओं की आशंका एमपी की तरफ भागने की दिखाई दे रही थी.
डॉक्टर को मुक्त कराने के लिए पुलिस अधीक्षक द्वारा एक्सपर्ट और स्पेशल पुलिस अधिकारियों की टीम का गठन किया गया. दिन और रात में किए गए कठिन संघर्ष के बाद आखिर पुलिस को बड़ी कामयाबी मिल गई और देर रात धौलपुर पुलिस और आगरा पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए डॉक्टर को घेर मरौली के चंबल के बीहड़ों से सुरक्षित मुक्त करा लिया. इस दौरान अपहरणकर्ता फरार हो गए. डॉक्टर को सकुशल और सुरक्षित मुक्त कराने के बाद धौलपुर पुलिस और आगरा पुलिस ने राहत की बड़ी सांस ली है.
अपहरणकर्ताओं ने डॉक्टर उमाकांत गुप्ता के परिजनों से पांच करोड़ रुपये फिरौती की मांग रखी थी. डॉक्टर और चिकित्सक के परिजनों में डेढ़ करोड़ का सौदा भी तय हो गया था लेकिन धौलपुर एसपी खुद पुलिस टीम को लेकर डॉक्टर को सुरक्षित मुक्त कराने के लिए चंबल के बीहड़ों में पैदल चलकर सर्चिंग ऑपरेशन करते रहे.
पुलिस की सराहनीय मेहनत का परिणाम या रहा कि देर रात डॉक्टर को मुक्त कराने में कामयाबी मिल गई. अपहरणकर्ता डॉक्टर को हाथ पैर बंधा हुआ छोड़कर फरार हुए थे. डॉक्टर काफी डरा और सहमा हुआ था. अपहरणकर्ताओं से मुक्त होकर डॉक्टर ने धौलपुर और आगरा पुलिस का आभार व्यक्त किया है.
डॉक्टर उमाकांत गुप्ता के अपहरण की साजिश में एक महिला की मुख्य भूमिका रही है जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. महिला के साथ एक पवन नाम के बदमाश को भी गिरफ्तार किया गया है. डॉक्टर के अपहरण की रूपरेखा नजदीकी महिला ने बनाई थी और मंगलवार की देर शाम को डॉक्टर उमाकांत गुप्ता महिला के कहने पर अस्पताल से कहीं गया हुआ था लेकिन जब देर रात तक वापस नहीं लौटा तो परिजनों को शक हुआ था.
फिलहाल डॉक्टर को मुक्त करा कर धौलपुर पुलिस ने आगरा पुलिस को सुपुर्द किया है. एसपी शेखावत ने बताया कि प्रारंभिक अनुसंधान में बदन सिंह गैंग का अपहरण में हाथ माना जा रहा है जिसकी पुलिस जांच पड़ताल कर रही है. अपहरणकर्ताओं को शीघ्र ट्रेस कर गिरफ्तार किया जाएगा.
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