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पुलिस ने किया गौ तस्कर को गिरफ्तार

Nilmani Pal
16 April 2022 5:57 AM GMT
पुलिस ने किया गौ तस्कर को गिरफ्तार
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यूपी। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मेरठ का एक मामूली डाईवर गौ तस्करी करते-करते न सिर्फ एक हजार करोड़ की संपत्ति का मालिक बन गया बल्कि नॉर्थ ईस्ट में उसने तस्करी और गौवंश मीट का एक ऐसा सिंडिकेट भी बना डाला जिसका मायाजाल बांग्लादेश तक फैला है. उसके गैंग में 150 से ज्यादा सदस्य हैं. उसके इरादों के आगे नॉर्थ ईस्ट (North East) के बड़े-बड़े माफियाओं को घुटने टेकने पड़े. असम पुलिस ने उसपर दो लाख रूपये का इनाम भी घोषित किया.

यूपी में उसे कोई नहीं जानता लेकिन उसे नॉर्थ ईस्ट का डॉन कहा जाता है. आंध्र प्रदेश और असम में ही नहीं, बल्कि नॉर्थ ईस्ट के कई राज्यों में उसके एक इशारे पर कुछ भी हो जाता है. कभी वो गुनामी की जिंदगी जी रहा था लेकिन आज उसे लोग गौ तस्करी का बेताज बादशाह कहते हैं. उसका नाम अकबर बंजारा है. मेरठ के फलावदा कस्बे का रहने वाला अकबर बंजारा कभी ड्राइवर हुआ करता था. वह गौ तस्कर बनने की हसरत लेकर असम चला गया और 150 तस्करों का गिरोह बना लिया. वह यूपी के मेरठ जिले के फलावदा कस्बे में पला बढ़ा और यहां की तंगहाल गलियों में जिंदगी बिताने के बाद ट्रक डाइवर से अब डॉन बन गया है. उसने कभी फलावदा नगर पंचायत के सभासद का चुनाव जीता था. साल 2015 तक अकबर बंजारा को कोई नहीं जानता था. उसने बडा नेटवर्क खड़ा करने के लिए कई सफेदपोशों से हाथ मिलाया जिनमें नार्थ इस्ट का रवि रेउडी भी शामिल है.

अकबर बंजारा को ये बात समझ आ गई थी कि गौ तस्करी के धंधे में रिस्क तो है लेकिन यदि उसकी गाड़ी चल निकली तो दुनिया उसे जानेगी. उसने असम में गौ तस्करी का छोटा सा काम करना शुरू किया फिर धीरे-धीरे उसके नाम की चर्चा होने लगी. तभी आंध्र प्रदेश से विदेशों तक गौ तस्करी का नेटवर्क चलाने वाले रवि रेड्डी को भी अकबर बंजारा का नाम सुनने में आया. बताया जाता है असम के एक और बड़े माफिया ने दोनों को एक दूसरे से मिलवा दिया. इसके बाद अकबर बंजारा के हाथ और मजबूत हो गए.

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