जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर गंभीर आरोप लगाया है. उन्होंने लिखा, 'प्रधानमंत्री मोदी आप राजस्थान पधार रहे हैं। PMO ने कार्यक्रम से मेरा 3 मिनट का संबोधन हटा दिया है इसलिए मैं भाषण के जरिए आपका स्वागत नहीं कर पाऊंगा। इस कारण मैं इस ट्वीट के माध्यम से आपका राजस्थान में तहेदिल से स्वागत करता हूं...'
आज हो रहे 12 मेडिकल कॉलेजों के लोकार्पण और शिलान्यास राजस्थान सरकार व केन्द्र की भागीदारी का परिणाम है। इन मेडिकल कॉलेजों की परियोजना लागत 3,689 करोड़ रुपये है जिसमें 2,213 करोड़ केन्द्र का और 1,476 करोड़ राज्य सरकार का अंशदान है। मैं राज्य सरकार की ओर से भी सभी को बधाई देता हूं।
मैं इस कार्यक्रम में अपने भाषण के माध्यम से जो मांग रखता वो इस ट्वीट के माध्यम से रख रहा हूं। आशा करता हूं 6 महीने में की जा रही इस सातवीं यात्रा के दौरान आप इन्हें पूरी करेंगे-
1. राजस्थान खासकर शेखावटी के युवाओं की मांग पर अग्निवीर स्कीम को वापस लेकर सेना में परमानेंट भर्ती पूर्ववत जारी रखी जाए।
2. राज्य सरकार ने अपने अंतर्गत आने वाले सभी को-ऑपरेटिव बैंकों से 21 लाख किसानों के 15,000 करोड़ रुपये के कर्जमाफ किए हैं। हमने केन्द्र सरकार को राष्ट्रीयकृत बैंकों के कर्जमाफ करने के लिए वन टाइम सैटलमेंट का प्रस्ताव भेजा है जिसमें किसानों का हिस्सा हम देंगे। इस मांग को पूरा किया जाए।
3. राजस्थान विधानसभा ने जातिगत जनगणना के लिए संकल्प पारित कर भेजा है। केन्द्र सरकार इस पर अविलंब निर्णय ले।
4. NMC की गाइडलाइंस के कारण हमारे तीन जिलों में खोले जा रहे मेडिकल कॉलेजों में केन्द्र सरकार से कोई आर्थिक सहायता नहीं मिल रही है। ये पूरी तरह स्टेट फंडिंग से बन रहे हैं। इन आदिवासी बाहुल्य तीनों जिलों के मेडिकल कॉलेजों में भी केन्द्र सरकार 60% की फंडिंग दे।
5. पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ERCP) को राष्ट्रीय महत्व की परियोजना का दर्जा दिया जाए। मेरा आपसे निवेदन है कि आप इन मांगों पर आज सकारात्मक रुख अपनाकर प्रदेश वादियों को आश्वस्त करें।
वहीं पीएमओ ने भी उनके ट्वीट का जवाब दे दिया है. उसका कहना कि सीएम गहलोत को बुलाया है. वहीं सूत्रों के मुताबिक सीकर में दो अलग-अलग आयोजन हो रहे हैं. एक है सरकारी इवेंट और एक पार्टी का इवेंट है. सरकारी कार्यक्रम इसलिए आयोजित किया जा रहा है ताकि गहलोत इसमें शामिल हो सकें. हालांकि वह वीसी के माध्यम से सीकर में इस फिजिकल कार्यक्रम में शामिल होना चाहते थे, जो सामान्य प्रक्रिया या प्रोटोकॉल के अनुसार नहीं है.