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अधूरे वादों पर तेलंगाना को जवाब दें पीएम : रेवंत रेड्डी

Nilmani Pal
29 April 2024 1:08 AM GMT
अधूरे वादों पर तेलंगाना को जवाब दें पीएम : रेवंत रेड्डी
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तेलंगाना। तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस बात का जवाब देने के बाद ही राज्य में आना चाहिए कि वह तेलंगाना गठन के समय किए गए वादों को पूरा करने में क्यों विफल रहे। उन्होंने कहा कि पीएम को लोगों को बताना चाहिए कि आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम 2014 में की गई प्रतिबद्धताओं को लागू क्यों नहीं किया गया।

मल्काजगिरि लोकसभा क्षेत्र में रोड शो को संबोधित करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि पीएम मोदी के 10 साल के शासन के दौरान तेलंगाना को न तो फंड मिला और न ही उद्योग। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार अधिनियम में किए गए वादे के अनुसार बयारम स्टील फैक्ट्री और काजीपेट रेलवे कोच फैक्ट्री तेलंगाना को देने में विफल रही और पूछा कि तेलंगाना के गठन की प्रक्रिया पर सवाल उठाकर उसका अपमान करने के बाद वोट मांगने का पीएम मोदी को क्या नैतिक अधिकार है। उन्होंने भाजपा के बहिष्कार का आह्वान किया और लोगों से पार्टी को करारी हार देने का आग्रह किया।

कांग्रेस नेता ने यह भी दावा किया कि भाजपा लोगों से 400 सीटें देने की अपील कर रही है, क्योंकि वह आरक्षण खत्म करना चाहती है। उन्होंने कहा, "लोगों को भाजपा को वोट क्यों देना चाहिए? राज्य में आने से पहले प्रधानमंत्री को बताना चाहिए कि वह एससी, एसटी और ओबीसी का आरक्षण क्यों खत्म करना चाहते हैं।" रेवंत रेड्डी ने मल्काजगिरि के लोगों से कांग्रेस उम्मीदवार सुनीता महेंद्र रेड्डी को 30,000 वोटों के अंतर से चुनने की अपील की। उन्होंने लोगों को यह भी आश्‍वासन दिया कि हैदराबाद मेट्रो रेल को हयात नगर तक बढ़ाया जाएगा और वह बारिश के दौरान बाढ़ की समस्या के समाधान की जिम्मेदारी लेंगे।

उन्होंने पूछा कि 2020 में हैदराबाद में बाढ़ से प्रभावित लोगों की मदद के लिए भाजपा द्वारा किए गए वादों का क्या हुआ। रेवंत रेड्डी ने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों से पूछा कि क्या भाजपा उम्मीदवार एटाला राजेंदर कभी उनकी समस्याओं को जानने के लिए उनके पास आए थे? उन्होंने कहा कि भगवान को मंदिर में रहना चाहिए, लेकिन भाजपा ने भगवान को सड़क पर ला दिया। उन्होंने पूछा, "जब हम मेट्रो परियोजना की मांग करते हैं, तो भाजपा नेता जय श्रीराम के नारे लगाते हैं। जब हम राज्य के लिए धन की मांग करते हैं, तो वे कहते हैं कि उन्होंने हनुमान जयंती का आयोजन किया है। क्या हमने इन सभी वर्षों में श्रीराम नवमी और हनुमान जयंती नहीं मनाई है?"

मुख्यमंत्री ने भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के अध्यक्ष के.चंद्रशेखर राव पर भी निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें चुनाव में हार के बाद लोगों की याद आई है। उन्होंने बीआरएस के चुनाव चिन्ह का जिक्र करते हुए टिप्पणी की, "केसीआर की कार कबाड़ में बिक्री के लिए चली गई है। यह वापस नहीं आएगी।"


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