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चुनावो वाले राज्‍यों में नहीं होगा कोरोना टीकाकरण प्रमाण पत्र पर PM मोदी के तस्वीर, कोविन पोर्टल पर होगा बदलाव

Khushboo Dhruw
9 Jan 2022 4:39 PM GMT
चुनावो वाले राज्‍यों में नहीं होगा कोरोना टीकाकरण प्रमाण पत्र पर PM मोदी के तस्वीर, कोविन पोर्टल पर होगा बदलाव
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पांचों चुनावी राज्यों में कोरोना टीकाकरण प्रमाण पत्र पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तस्वीर नहीं होगी। ऐसा इन राज्यों में आदर्श आचार संहिता के लागू होने की वजह से होगा।

पांचों चुनावी राज्यों में कोरोना टीकाकरण प्रमाण पत्र पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तस्वीर नहीं होगी। ऐसा इन राज्यों में आदर्श आचार संहिता के लागू होने की वजह से होगा। रविवार को आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय इसके लिए कोविन पोर्टल पर आवश्यक बदलाव करेगा, जिससे कि इन पांच राज्यों में लोगों को पीएम की तस्वीर वाला प्रमाण पत्र नहीं मिले।

उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में 10 फरवरी से सात मार्च के बीच विधानसभा चुनाव कराए जाने हैं। चुनाव आयोग ने शनिवार को चुनावी कार्यक्रमों की घोषणा की थी और उसके साथ ही केंद्र के साथ ही संबंधित राज्य सरकारों, प्रत्याशियों और राजनीतिक दलों के लिए आदर्श आचार संहिता प्रभावी हो गई थी। पिछले साल मार्च में भी स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना टीकाकरण प्रमाण पत्र को लेकर इसी तरह का बदलाव किया था। उस समय असम, केरल, तमिलनाडु, बंगाल और पुडुचेरी में विधानसभा चुनाव हो रहे थे और कुछ राजनीतिक दलों की आपत्ति पर चुनाव आयोग ने मंत्रालय को ऐसा करने की सलाह दी थी।
चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही सरकारों, उम्मीदवारों और राजनीतिक दलों के लिए आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है। एक आधिकारिक सूत्र ने को बताया कि आदर्श आचार संहिता लागू होने के कारण इन पांच चुनावी राज्यों में लोगों को जारी किए जाने वाले कोविड-19 टीकाकरण प्रमाणपत्रों से प्रधानमंत्री की तस्वीर हटाने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय कोविन प्लेटफार्म पर आवश्यक फिल्टर लगाएगा। मार्च 2021 में, स्वास्थ्य मंत्रालय ने कुछ राजनीतिक दलों की शिकायतों के बाद चुनाव आयोग के सुझाव पर असम, केरल, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और पुडुचेरी में चुनावों के दौरान भी इसी तरह के कदम उठाए थे।
बता दें कि चुनाव आयोग ने उत्‍तर प्रदेश समेत पांच राज्‍यों में विधानसभा चुनाव 2022 का कार्यक्रम घोषित कर दिया है। 10 फरवरी से 10 मार्च के बीच मतदान और मतगणना संपन्‍न होगी। कोविड को देखते हुए फिलहाल चुनाव आयोग ने जनसभाओं और रैलियों पर प्रतिबंध लगाया है। यह आशंका जताई जा रही है कि चुनावी सभाओं के चलते भारत में कोविड की तीसरी लहर का पीक जल्‍दी आ सकता है। चुनाव आयोग ने फिलहाल 15 जनवरी तक पांचों राज्यों में रैलियों, नुक्कड़ सभाओं, साइकिल और बाइक रैलियों से लेकर पदयात्राओं तक पर रोक लगा दी है।


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