पीएम मोदी आज मन की बात की 84वीं कड़ी में देशवासियों से रूबरू हो रहे हैं। ये इस वर्ष मन की बात की आखिरी कड़ी है। मन की बात में उन्होंने ग्रुप कैप्टर वरुण सिंह का जिक्र किया। उनका निधन इसी माह कन्नूर में हुए हेलीकाप्टर हादसे के बाद अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच चली जंग के बाद हो गया था। इसी हादसे में देश ने पहले सीडीसी जनरल बिपिन रावत को खोया था। अपने संबोधन में उन्होंने वरुण सिंह के उस पत्र का भी जिक्र किया जिसमें उन्होंने अपनी कमजोरी और नाकामी का जिक्र करते हुए आने वाली पीढ़ी को आगे बढ़ने और हार न मानने का जिक्र किया था।
पीएम मोदी ने इस मौके पर क्रिस के एक इंडियन स्कूल में पढ़ने वाले विदेशी छात्राओं द्वारा गाए गए वंदे मातरम का वीडियो भी दिखाया। उन्होंने कहा कि ये वीडियो देशवासियों को एक सुकून भी देता है। इसे सुनकर देखकर सभी को खुशी का अनुभव होता है। इस दौरान उन्होंने नीलेश का भी जिक्र किया जिन्होंने लखनऊ में हुए ड्रोन शो की प्रशंसा की थी।
उन्होंंने तेलंगाना के डाक्टर विठलाचारी का भी जिक्र किया। उन्होंने बड़ी लाइब्रेरी खोली। ये उनका बचपन का सपना था। आज इस लाइब्रेरी में दो लाख पुस्तक मौजूद हैं। उन्होंने अपनी सारी जमापूंजी इस लाइब्रेरी में लगा दी है। प्रधानमंत्री ने अपने इस संबोधन में बुक रीडिंग पर दिया। उन्होंने देशवासियों से अपील की कि वो अपनी पांच किताबों के बारे में उन्हें बताएं।
आगे प्रधानमंत्री ने कहा- नए वेरिएंट पर रिसर्च जारी है. बता दें कि वैज्ञानिकों ने ओमीक्रोन वेरिंएट को लैब में आइसोलेट और कल्चर करने में कामयाबी हासिल की है। बायोटेक्नोलॉजी विभाग के तहत आने वाले स्वायत्त संस्थान ट्रांसलेशनल हेल्थ साइंस एंड टेक्नोलॉजी इंस्टिट्यूट (THSTI) के वैज्ञानिक ओमीक्रोन पर रिसर्च जारी रखेंगे। हमारे सहयोगी 'द इकॉनमिक टाइम्स' से बातचीत में रिसर्च से जुड़े लोगों ने इसकी पुष्टि की।
रिसर्च से क्या पता चलेगा?
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के महानिदेशक बलराम भार्गव ने कहा कि वायरस को कल्चर करने में ICMR और DBT, दोनों को कुछ सफलता मिली है। उन्होंने कहा, 'हमें शुरू में कुछ तकलीफ हुई थी, मगर अब थोड़ी सफलता हाथ लगी है।' लैब में कल्चर किए गए ओमीक्रोन पर रिसर्च से यह पता चलेगा कि यह भारतीय आबादी पर किस तरह असर करता है। साथ ही इसकी संक्रामकता और वैक्सीन पर इसके प्रभाव को लेकर भी नई जानकारी सामने आएगी।