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जलियांवाला बाग का वर्चुअल रैली के दौरान पीएम मोदी करेंगे उद्घाटन, नौजवान भारत सभा ने की विरोध प्रदर्शन

Deepa Sahu
28 Aug 2021 9:52 AM GMT
जलियांवाला बाग का वर्चुअल रैली के दौरान पीएम मोदी करेंगे उद्घाटन, नौजवान भारत सभा ने की विरोध प्रदर्शन
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार शाम को जलियांवाला बाग का वर्चुअल रैली के दौरान उद्घाटन करेंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार शाम को जलियांवाला बाग का वर्चुअल रैली के दौरान उद्घाटन करेंगे। इससे पहले पीएम के कार्यक्रम के खिलाफ नौजवान भारत सभा ने विरोध प्रदर्शन किया। हालांकि पुलिस ने उन्हें जलियांवाला बाग तक नहीं पहुंचने दिया। सभा के सदस्यों ने कहा कि कोई भी राजनीतिक संगठन का प्रतिनिधि जलियांवाला बाग के अंदर नहीं जाना चाहिए।

नौजवान भारत सभा के प्रधान रूपिंदर सिंह और महासचिव मंगा आजाद ने बताया कि रेनोवेशन की आड़ में सरकार ने जलियांवाला बाग के मूल स्वरूप के साथ छेड़छाड़ की है। इस दौरान नौजवान भारत सभा के सदस्यों ने नरेंद्र मोदी के खिलाफ नारेबाजी की। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस मुखविंदर सिंह भुल्लर उन्हें अपने साथ जलियांवाला बाग के अंदर लेकर गए और बताया कि जलियांवाला बाग के मूल स्वरूप के साथ किसी भी तरह की छेड़छाड़ नहीं की गई है।
इसके साथ ही उन्होंने यह भी भरोसा दिलाया कि किसी भी राजनीतिक पार्टी के प्रतिनिधि को जलियांवाला बाग में नहीं जाने देंगे। इसके बाद नौजवान भारत सभा के प्रधान और महासचिव ने धरना उठा लिया और कहां कि हम शाम तक इसका इंतजार करेंगे। अगर कोई राजनीतिक प्रतिनिधि जलियांवाला बाग के अंदर गया तो फिर से रोष प्रदर्शन शुरू कर देंगे।
डेढ़ साल से बंद है जलियांवाला बाग
कोरोना की वजह से पिछले डेढ़ साल से बंद जलियांवाला बाग शनिवार को आम जनता के लिए खोला जाएगा। पंजाब सरकार ने 20 करोड़ रुपये खर्च जलियांवाला बाग को संवारा है। जलियांवाला बाग का नवीनीकरण पिछले साल पूरा होना था। कोविड की वजह से यह काम जहां था वहीं रुक गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 अगस्त को एक वर्चुअल कार्यक्रम से इसका उद्घाटन करेंगे। ऐतिहासिक बाग को आम जनता और सैलानियों के लिए खोल दिया जाएगा। पहले बाग सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक खुलता लेकिन अब यह देर शाम तक खुलेगा। जलियांवाला बाग के अंदर खुले कुएं को रेनोवेट कर दिया गया है। यह वही कुआं है जिसमें अंग्रेजी सेना की गोलियों से बचने के लिए लोगों ने कूदकर जान दे दी थी। कुएं के चारों और एक गलियारा बनाया गया है। इसकी सुरक्षा के लिए कांच भी लगाया गया है। कुएं से कुछ आगे एक दीवार है। इस दीवार पर आज भी गोलियों के निशान मौजूद हैं।
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