केरल। आज केरल वासियों को देश की पहली वॉटर मेट्रो मिलने जा रही है. प्रधानमंत्री इस परियोजना को हरी झंडी दिखाएंगे. इस मेट्रो की खास बात है कि ये पटरी की बजाय पानी पर दौड़ेगी. 1,136.83 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हुए इस प्रोजेक्ट में कुल 78 बोट्स और 38 टर्मिनल तैयार किए गए हैं.
सरकार द्वारा शुरू की जा रही ये वॉटर मेट्रो इको फ्रेंडली होगी. ये केरल के आसपास के द्वीपों को एक साथ जोड़ेगी. इस प्रोजेक्ट के तहत 15 रूट्स पर इलेक्ट्रक बोट चलाने की प्लानिंग की गई है. यह 10 आइलैंड्स को आपस में जोड़ेंगी. ये रूट 78 किलोमीटर के दायरे में फैला हुआ है. लोगों को एक सिरे से दूसरे सिरे तक जाने के लिए परेशानी न हो, इसका भी विशेष ध्यान रखा गया है. इसकी सुविधा रोजाना सुबह 7 बजे शुरू हो जाएगी जो कि रात 8 बजे तक जारी रहेगी. जबकि पीक आवर्स के दौरान हर 15 मिनट में वॉटर मेट्रो मिलेगी.
KWM यानी कोच्चि वॉटर मेट्रो प्रोजेक्ट के लिए इलेक्ट्रिक बोट्स तैयार की गई हैं. इसके लिए खास मॉडल बनाया गया है. ये पूरी तरह से इको फ्रेंडली होगी. केरल में इस बोट के जरिए पॉल्यूशन में कमी लाने की कोशिश की जाएगी. यात्रियों को वॉटर मेट्रो से ट्रैवल करने के लिए साप्ताहिक, मासिक और त्रैमासिक पास भी उपलब्ध कराए जाएंगे. इन पासों पर छूट का लाभ भी ले सकते हैं. 12 यात्राओं के साथ साप्ताहिक यात्रा पास की कीमत 180 रुपये है. 50 ट्रिप के साथ 30 दिनों का पास 600 रुपये का है. 90 दिनों के लिए 150 ट्रिप वाला पास 1500 रुपये में दिया जाएगा. यात्री कोच्चि वन कार्ड का उपयोग कर सकेंगे. इसके अलावा यात्री कोच्चि वन ऐप के जरिए मोबाइल क्यूआर टिकट बुक कर सकते हैं.