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पीएम मोदी ने किया अशोक स्तंभ का अनावरण, प्रशांत भूषण ने कही यह बात

jantaserishta.com
12 July 2022 10:34 AM GMT
पीएम मोदी ने किया अशोक स्तंभ का अनावरण, प्रशांत भूषण ने कही यह बात
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न्यूज़ क्रेडिट: हिंदुस्तान

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नई संसद भवन के छत पर बने अशोक स्तंभ का सोमवार को उद्घाटन किया गया। इसके बाद से ही यह विपक्षी दलों के निशाने पर आ गया है। असल में विपक्षी दल नए अशोक स्तंभ पर बने चारों शेरों की डिजाइन पर सवाल उठा रहे हैं। इसके मुताबिक इन शेरों का मुंह आक्रामक ढंग से खुला हुआ है, जबकि सारनाथ में बने मूल अशोक की लाट पर जो शेर बने हैं, उनका मुंह बंद है।

राष्ट्रीय जनता दल ने इसको लेकर कहा है कि मूल अशोक स्तंभ के चारों शेरों के चेहरे पर सौम्यता का भाव है। जबकि अमृतकाल में बने अशोक स्तंभ के शेरों के चेहरे पर सबकुछ निगल लेने का भाव है। आरजेडी द्वारा किए गए ट्वीट में लिखा है कि हर प्रतीक चिन्ह, इंसान की आंतरिक सोच को प्रदर्शित करता है। इंसान प्रतीकों से आमजन को दिखाता है कि उसकी फितरत क्या है। इस ट्वीट के साथ नए और पुराने अशोक के स्तंभ की तस्वीर भी लगी हुई है। वहीं वरिष्ठ वकील और कार्यकर्ता प्रशांत भूषण ने मूल अशोक स्तंभ पर बने सिंहों को महात्मा गांधी के जैसा शांत और शानदार बताया है। वहीं नए संसद भवन पर बने सिंहों को गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे के जैसा बताया है। उन्होंने इस बारे में ट्वीट करते हुए लिखा है, गांधी से गोडसे तक। यह मोदी का नया इंडिया है।
हाल ही में मां काली पर टिप्पणी के लिए आलोचना का शिकार हुईं तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने भी इस मामले में भी बयान जारी किया है। उन्होंने बिना कुछ लिखे दोनों अशोक स्तंभ की विरोधाभासी तस्वीरें शेयर की हैं। वहीं विपक्षी दल उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा पूजा-पाठ करने पर भी आपत्ति उठा चुके हैं। विपक्ष के मुताबिक यह संविधान की मूल भावना का उल्लंघन है। दूसरी तरफ भाजपा ने इन आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताते हुए खारिज कर दिया है। भाजपा के मुख्य प्रवक्ता और राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनिल बलूनी ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि राजनीतिक दल बिना किसी आधार के अपने पॉलिटिकल मोटिव के आधार पर ऐसे बयान जारी कर रहे हैं।


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