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18 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद मोदी की रैली के मद्देनजर करीब 2 हजार वाहन लगाए गए हैं।
18 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद मोदी की रैली के मद्देनजर करीब 2 हजार वाहन लगाए गए हैं। ये वाहन वह होंगे जो गांव-गांव जाकर कार्यकर्ताओं को लेकर रोजा रैली स्थल पर पहुंचाएंगे। इस कारण शुक्रवार सुबह से ही वाहनों का टोटा हो जाएगा। ऐसे में शाहजहांपुर में अगर किसी को कहीं आना-जाना है तो वह रोडवेज बस का सहारा छोड़ दे, यहां तक डग्गामार वाहन भी मिलना मुश्किल होगा।
रैली के लिए स्कूली बसों को भी लिया गया है। ऐसे में निजी वाहन का इस्तेमाल करना सहूलियत भरा हो सकता है। रोजा में 18 को होने जा रही रैली में भाजपा के एक मंडल से 10 हजार कार्यकर्ताओं, जनता को लाने का लक्ष्य रखा गया है। इस कारण प्रत्येक बूथ अध्यक्ष को एक बस में 60 से 70 लोगों को रैली में लेकर जाना है। इस तरह से बड़ी संख्या में लोग रैली में लाए जाएंगे। उनके आने जाने के लिए बस प्रभारी तक बनाए गए हैं।
17 दिसंबर की सुबह से लेकर शाम तक रोडवेज बसों, स्कूली बसों, अन्य वाहनों को अपने गंतव्य पर भेज दिया जाएगा। 18 दिसंबर को 11 बजे तक सभी वाहन लोगों को लेकर रैली स्थल तक आ जाएंगे। इस दौरान लखनऊ-दिल्ली मार्ग पर सामान्य यातायात रोक दिया जाएगा। केवल रैली के लिए वाहनों को आने की अनुमति रहेगी। रूट डायवर्जन भी किया गया है।पूर्वाभ्यास: रोजा में हेलीपैड पर हेलीकॉप्टर की लैडिंग कराई गई
शाहजहांपुर जिले के रोजा स्थित रेलवे मैदान पर 18 दिसंबर को नरेंद्र मोदी गंगा एक्सप्रेसवे का शिलान्यास करेंगे। वह विशेष विमान से बरेली आएंगे, वहां से वह एयरफोर्स के हेलीकॉप्टर से रोजा आएंगे। उससे पहले गुरुवार को बरेली एयरफोर्स से दो हेलीकॉप्टर रोजा ग्राउंड पर बने हेलीपैड पर उतारे गए। यह पूर्वाभ्यास बताया गया।
हालांकि कोई कमी नहीं मिली। शनिवार को प्रधानमंत्री के प्रस्तावित कार्यक्रम को लेकर सुरक्षा व्यवस्था पर पैनी नजर रखी जा रही है। सुरक्षा में कही कोई चूक न होने पाए, सभी चीजों पर विशेष ध्यान रखा जा रहा। एसपीजी ने प्रधानमंत्री की सुरक्षा को लेकर अपना काम करना शुरू कर दिया।
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