
दिल्ली। रायसीना डायलॉग (Raisina Dialogue) की सोमवार यानी आज से दिल्ली में शुरुआत होने जा रही है. भू-राजनीतिक एवं भू-आर्थिक मुद्दों पर भारत के प्रमुख सम्मेलन के सातवें एडिशन की शुरुआत आज होगी. रायसीना डायलॉग की शुरुआत 2016 में की गई थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे. रायसीना डायलॉग 2022 में 90 देशों के 210 से अधिक वक्ता भाग लेंगे. वहीं, यूरोपियन यूनियन कमीशन की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयन (Ursula Von Der Leyen) रायसीना डायलॉग में मुख्य अतिथि के तौर पर हिस्सा ले रही हैं. राजधानी दिल्ली में एक हफ्ते के भीतर किसी विश्व नेता के साथ प्रधानमंत्री की यह दूसरी महत्वपूर्ण बैठक होगी.
दरअसल, पिछले हफ्ते ही पीएम मोदी ने ब्रिटेन के अपने समकक्ष बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) से दिल्ली में मुलाकात की थी. इस दौरान दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय मुद्दों, यूक्रेन युद्ध, जलवायु परिवर्तन समेत विभिन्न मुद्दों पर बातचीत की थी. रविवार को एक ट्वीट में, यूरोपियन यूनियन कमीशन की प्रमुख ने जलवायु परिवर्तन पर भारत के साथ काम करने के महत्व पर जोर दिया. उन्होंने ट्वीट किया, 'EU Green Deal के जरिए यूरोप क्लाइमेट न्यूट्रेलिटी के रास्ते पर है. लेकिन यूरोप अकेला हमारे ग्रह को नहीं बचा सकता है. ये एक वैश्विक प्रयास है और हमें भातर के साथ काम करने की जरूरत है. हम जलवायु परिवर्तन के साथ लड़ाई में आपको अपने साथ मानते हैं.'
विदेश मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक, रायसीना डायलॉग तीन दिनों तक चलेगा, यानी कि सोमवार से लेकर बुधवार तक. रायसीना डायलॉग की थीम इस साल 'टेरा नोवा: इंपैसंड, इंपसेंट और इंपेरिल्ड' है. पिछले साल इस कार्यक्रम का आयोजन कोविड महामारी के चलते वर्चुअली किया गया था. हालांकि, इस साल कोविड का खतरा कम है और यही वजह से इस बार लोग इसमें फिजिकली रूप से हिस्सा ले पाएंगे. इससे पहले विदेश मंत्रालय ने बताया था कि उर्सुला वॉन डेर लेयन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और अन्य गणमान्य व्यक्तियों से मुलाकात करेंगी. साथ ही वह उद्घाटन सत्र को संबोधित करेंगी.
