प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शनिवार सुबह 11 बजे सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी (SVPNPA) में ट्रेनी IPS अफसरों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित कर रहे हैं. वह कार्यक्रम के दौरान परिवीक्षाधीन अधिकारियों से भी बातचीत कर रहे हैं. बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने ट्रेनी अफसरों से कहा कि आप जैसे युवाओं पर बड़ी जिम्मेदारी है. पीएम मोदी ने छत्तीसगढ़ कैडर के ट्रेेनी IPS अफसर के खास बात की.
पीएम मोदी ने कहा कि इस साल की 15 अगस्त की तारीख, अपने साथ आजादी की 75वीं वर्षगांठ लेकर आ रही है. बीते 75 सालों में भारत ने एक बेहतर पुलिस सेवा के निर्माण का प्रयास किया है. पुलिस ट्रेनिंग से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर में भी हाल के वर्षों में बहुत सुधार हुआ है. उन्होंने कहा कि मेरा हर साल ये प्रयास रहता है कि आप जैसे युवा साथियों से बातचीत करूं. आपके विचारों को लगातार जानता रहूं. आपके विचार, सवाल, उत्सुकता, मेरे लिए भी भविष्य की चुनौतियों से निपटने में सहायक होंगे.
पीएम मोदी ने कहा कि आपको हमेशा ये याद रखना है कि आप एक भारत, श्रेष्ठ भारत के भी ध्वजवाहक हैं. इसलिए, आपके हर एक्शन, आपकी हर गतिविधि में नेशन फर्स्ट, आलवेज फर्स्ट (Nation First, Always First), राष्ट्र प्रथम, सदैव प्रथम की भावना रिफ्लेक्ट होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि आपकी सेवाएं देश के अलग-अलग जिलों में होगी, शहरों में होगी. इसलिए आपको एक मंत्र याद रखना है. फील्ड में रहते हुए आप जो भी फैसले लें, उसमें देशहित होना चाहिए, राष्ट्रीय परिपेक्ष्य होना चाहिए.
सुराज्य के लिए आगे बढ़ना होगाः पीएम मोदी
ऐतिहासिक दांडी मार्च का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि नमक सत्याग्रह के साथ महात्मा गांधी ने 1930 में ब्रिटिश राज की नींव हिलाने की बात कही थी. उन्होंने लोगों के एक छोटे समूह के साथ साबरमती से दांडी मार्च की शुरुआत की थी. 1930 से 1947 के बीच देश में जो ज्वार उठा, जिस तरह देश के युवा आगे बढ़कर आए, एक लक्ष्य के लिए एकजुट होकर पूरी युवा पीढ़ी जुट गई, आज वही मनोभाव आपके भीतर अपेक्षित है. उस समय देश के लोग स्वराज्य के लिए लड़े थे. आज आपको सुराज्य के लिए आगे बढ़ना है.
उन्होंने आगे कहा कि आप एक ऐसे समय पर करियर शुरू कर रहे हैं, जब भारत हर क्षेत्र, हर स्तर पर ट्रांसफॉर्मेशन के दौर से गुजर रहा है. आपके करियर के आने वाले 25 साल, भारत के विकास के भी सबसे अहम 25 साल होने वाले हैं. इसलिए आपकी तैयारी, आपकी मनोदशा, इसी बड़े लक्ष्य के अनुकूल होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में हमारे पुलिसकर्मियों ने, देशवासियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम किया है. इस प्रयास में कई पुलिस कर्मियों को अपने प्राणों ही आहुति तक देनी पड़ी है. मैं उन्हें श्रद्धांजलि देता हूं और देश की तरफ से उनके परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं.
सेवाओं में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी के बारे में पीएम मोदी ने कहा कि बीते वर्षों में पुलिस फोर्स में बेटियों की भागीदारी को बढ़ाने का निरंतर प्रयास किया गया है. हमारी बेटियां पुलिस सेवा में एफिसिएंसी और अकाउंबेलिटी के साथ विनम्रता, सहजता और संवेदनशीलता के मूल्यों को सशक्त करती हैं. अपने संबोधन से पहले उन्होंने कार्यक्रम के दौरान परिवीक्षाधीन अधिकारियों से भी बातचीत भी की. बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने ट्रेनी अफसरों से कहा कि आप जैसे युवाओं पर बड़ी जिम्मेदारी है.