दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद इस बात को कबूल किया कि एनसीसी में मिली ट्रेनिंग का ही नतीजा है कि वे आज देश के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने में सक्षम हैं. पीएम मोदी ने ये बात नेशनल कैडेट कोर यानी एनसीसी की सालाना रैली को संबोधित करते हुए कही. राजधानी दिल्ली के कैंट स्थित करियप्पा ग्राउंड में एनसीसी के कैडेट्स को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि "मुझे गर्व है कि मैं कभी आपकी ही तरह एनसीसी का सक्रिय कैडेट था." उन्होनें कहा कि "मुझे एनसीसी में जो ट्रेनिंग मिली, जो जानने-सीखने को मिला, आज देश के प्रति अपनी जिम्मेदारियों के निर्वहन में मुझे उसमें असीम ताकत मिलती है." इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सेना की तीनों अंगों के प्रमुख और एनसीसी के महानिदेशक भी वहां मौजूद थे.
कैडेट्स को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि, जिस स्कूल-कॉलेज में एनसीसी और एनएसएस हो वहां पर ड्रग्स कैसे पहुंच सकती है. आप कैडेट के तौर पर खुद ड्रग्स से मुक्त रहें और साथ ही साथ अपने कैंपस को भी ड्रग्स से मुक्त रखें. उन्होनें कहा कि आपके साथी, जो एनसीसी-एनएसएस में नहीं हैं, उन्हें भी इस बुरी आदत को छोड़ने में मदद करिए. पीएम मोदी ने कहा कि, आज एक ओर डिजिटल टेक्नोलॉजी और इन्फॉर्मेशन से जुड़ी अच्छी संभावनाएं हैं, तो दूसरी ओर मिस-इंफोर्मेशन के खतरे भी हैं. हमारे देश का सामान्य आदमी, किसी अफवाह का शिकार न हो ये भी जरूरी है. इसके लिए एनसीसी कैडेट्स एक जागरूकता अभियान चला सकते हैं. पीएम ने कहा कि, आज जब देश नए संकल्पों के साथ आगे बढ़ रहा है, तब देश में एनसीसी को मजबूत करने के लिए भी हमारे प्रयास जारी हैं. इसके लिए देश में एक हाई लेवेल रिव्यू कमेटी की स्थापना की गई है. पिछले दो सालों में हमने देश के सीमावर्ती क्षेत्रों में 1 लाख नए कैडेट्स बनाए हैं.
गर्ल-कैडेट्स की एनसीसी में अहम भूमिका को लेकर पीएम ने कहा कि, अब देश की बेटियां सैनिक स्कूलों में एड्मिशन ले रही हैं और सेना में महिलाओं को बड़ी जिम्मेदारियां मिल रही हैं. एयरफोर्स में देश की बेटियां फाइटर प्लेन उड़ा रही हैं. ऐसे में हमारा प्रयास होना चाहिए कि एनसीसी में भी ज्यादा से ज्यादा बेटियां शामिल हों. इससे पहले पीएम की मौजूदगी में देशभर से आए एनसीसी कैडेट्स ने कॉम्बेट ड्रिल का आयोजन किया और इसके लिए सैनिकों की तरह ही दुश्मन की सीमा में घुसकर हमला करने का अभ्यास किया.रैली खत्म करने के बाद पीएम ने कैडेट्स के साथ मुलाकात भी की.