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पीएम मोदी बोले- कुछ लोग समझते हैं कि आयुर्वेद, सिर्फ इलाज के लिए है लेकिन...
jantaserishta.com
11 Dec 2022 11:50 AM GMT
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न्यूज़ क्रेडिट: आजतक
पणजी: पीएम मोदी ने गोवा में 9वीं वर्ल्ड आयुर्वेद कांग्रेस के समापन सत्र को संबोधित किया. यहां पीएम मोदी ने कहा कि मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि दुनियाभर के 30 से ज्यादा देशों ने आयुर्वेद को पारंपरिक दवाओं का दर्जा दिया है. हमें मानवता के हित के लिए आयुर्वेद के संदेश को ज्यादा से ज्यादा देशों में फैलाने का टारगेट रखना चाहिए.
पीएम मोदी ने कहा कि आयुर्वेद का आदर्श वाक्य है, 'सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामयाः' इस कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी बोले कि जिस योग और आयुर्वेद को पहले उपेक्षित समझा जाता था, वही आज पूरी मानवता के लिए एक नई उम्मीद बन गया है. हमारे पास आयुर्वेद का परिणाम भी था, प्रभाव भी था, लेकिन प्रमाण के मामले में हम पीछे छूट रहे थे. इसलिए, आज हमें 'डेटा बेस्ड एविडेंसेस' का डॉक्युमेंटेशन करना होगा.
कुछ लोग समझते हैं कि आयुर्वेद, सिर्फ इलाज के लिए है लेकिन इसकी खूबी ये भी है कि आयुर्वेद हमें जीवन जीने का तरीका सिखाता है...आयुर्वेद हमें सिखाता है कि हार्डवेयर-सॉफ्टवेयर की तरह ही शरीर और मन भी एक साथ स्वस्थ रहने चाहिए, उनमें समन्वय रहना चाहिए: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी pic.twitter.com/FSAY3UFWBr
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 11, 2022
साथ ही पीएम मोदी ने यह भी कहा कि कुछ लोग समझते हैं कि आयुर्वेद सिर्फ इलाज के लिए है लेकिन इसकी खूबी ये भी है कि आयुर्वेद हमें जीवन जीने का तरीका सिखाता है. साथ ही आयुर्वेद हमें सिखाता है कि हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर की तरह ही शरीर और मन भी एक साथ स्वस्थ रहने चाहिए, उनमें समन्वय रहना चाहिए.
पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत ने दुनिया के सामने 'वन अर्थ, वन हेल्थ' का दूरदर्शी विजन भी रखा है. 'वन अर्थ, वन हेल्थ' का मतलब है हेल्थ को लेकर एक यूनिवर्सल विजन.
अंतराष्ट्रीय योग दिवस को अब पूरी दुनिया हेल्थ और वेलनेस के ग्लोबल फेस्टिवल के तौर पर मनाती है। इसका मतलब इस योग और आयुर्वेद को पहले उपेक्षित समझा जाता था, उसको आज पूरी मानवता के लिए एक नई उम्मीद बन गया है: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी pic.twitter.com/wt0gWV6Cwd
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 11, 2022
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