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पीएम मोदी ने कहा- 'आस्था को आतंक से कुचला नहीं जा सकता, सोमनाथ मंदिर हमारे विश्वास का प्रेरणास्थल'

Deepa Sahu
20 Aug 2021 11:52 AM GMT
पीएम मोदी ने कहा- आस्था को आतंक से कुचला नहीं जा सकता, सोमनाथ मंदिर हमारे विश्वास का प्रेरणास्थल
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गुजरात के ऐतिहासिक सोमनाथ मंदिर को बड़ी सौगात मिली।

गुजरात के ऐतिहासिक सोमनाथ मंदिर को बड़ी सौगात मिली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमनाथ मंदिर में कई नई योजनाओं की शुरुआत की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सोमनाथ 'समुद्र दर्शन' पैदल पथ, सोमनाथ प्रदर्शनी केंद्र और नवीनकृत अहिल्याबाई होलकर मंदिर का उद्घाटन किया। साथ ही श्री पार्वती मंदिर की आधारशिला रखी। पार्वती मंदिर श्वेत पत्थरों से बनाया जाएगा और इसकी ऊंचाई 71 फीट होगी।

आतंक का अस्तित्व स्थायी नहीं- पीएम मोदी
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि सावन के महीने में एक बड़ी शुरुआत हुई है। पीएम मोदी ने कहा कि आस्था को आंतक से कुचला नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि आतंक के दम पर साम्राज्य खड़ा करने वालों का अस्तित्व स्थायी नहीं है। सोमनाथ मंदिर हमारे विश्वास का प्रेरणास्थल है। उन्होंने कहा कि सोमनाथ मंदिर का अस्तित्व मिटाने की कई बार कोशिश हुई, मंदिर जितनी बार गिराया गया उतनी ही बार खड़ा हुआ। आतंक ज्यादा दिनों तक मानवता को नहीं गिरा सकता है। आतंक का अस्तित्व स्थायी नहीं हो सकता है। दुनिया आज भी आतंक की विचारधारा से पीड़ित है। अतीत के खंडहरों पर आधुनिक गौरव का निर्माण हुआ है। समृद्ध भारत का प्रतीक है सोमनाथ मंदिर। पीएम ने कहा कि देश का मूल भाव है सबका साथ, सबका विकास।


पीएम मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत सरदार पटेल के कामों को आगे बढ़ाने से की। उन्होंने कहा कि सोमनाथ मंदिर को भव्यता देने का काम जारी है। धार्मिक पर्यटन से राजस्व में इजाफा होगा। साथ ही इससे युवाओं को रोजगार भी मिलेगा।
ऑनलाइन के जरिए लोग मंदिर का कर रहे हैं दर्शन- अमित शाह
इस कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी भी शामिल हुए। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अमित शाह ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि पीएम मोदी ने बतौर मुख्यमंत्री ही सोमनाथ मंदिर के विकास की शुरुआत की थी, आज ऑनलाइन के जरिए लोग इस मंदिर का दर्शन कर रहे हैं। शाह ने कहा कि इस मंदिर पर कई बार हमले हुए, लेकिन हर बार यह मंदिर खड़ा हुआ।
अहिल्याबाई होलकर अभी तक पुराने सोमनाथ मंदिर के नाम से जाना जाता है । इसके नवीनीकरण पर 3.5 करोड़ रुपये खर्च होंगे। वहीं, करीब एक किलोमीटर लंबा 'समुद्र दर्शन' पैदल पथ के निर्माण पर करीब 47 करोड़ रुपये की लागत आई है। सोमनाथ मंदिर परिसर में स्थित पर्यटक सुविधा केंद्र के पास सोमनाथ प्रदर्शनी केंद्र बना है।
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