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PM मोदी ने सिरो-मलाबार चर्च के प्रमुख से की मुलाकात

SHIDDHANT
4 Nov 2025 9:15 PM IST
PM मोदी ने सिरो-मलाबार चर्च के प्रमुख से की मुलाकात
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सेंट थॉमस द एपोस्टल
Delhi दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को सिरो-मलाबार चर्च (Syro-Malabar Church) के प्रमुख मेजर आर्कबिशप हिज बीटिट्यूड मोस्ट रेव. मार राफेल थट्टिल (Major Archbishop His Beatitude Most Rev. Mar Raphael Thattil) और आर्कबिशप डॉ. कुरियाकोस भरनिकुलंगरा (Archbishop Dr. Kuriakose Bharanikulangara) सहित अन्य प्रतिनिधियों से मुलाकात की। प्रधानमंत्री ने इस मुलाकात को “अद्भुत संवाद” बताते हुए कहा कि यह बातचीत भारत की समृद्ध सांस्कृतिक और धार्मिक विविधता को दर्शाती है।उन्होंने आगे कहा कि भारत की ताकत उसकी विविधता में है, और विभिन्न धार्मिक समुदायों के बीच संवाद और सौहार्द से देश की सामाजिक एकता और भी मजबूत होती है।

स्रोतों के अनुसार, बैठक के दौरान चर्च के प्रतिनिधियों ने प्रधानमंत्री को सिरो-मलाबार चर्च की सामाजिक, शैक्षिक और स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ी पहल के बारे में जानकारी दी। चर्च की ओर से ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच बढ़ाने और युवाओं के लिए रोजगार सृजन से संबंधित कई प्रस्ताव रखे गए। प्रधानमंत्री ने चर्च के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि मिशनरी संस्थान शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में जो सेवा दे रहे हैं, वह “वसुधैव कुटुंबकम्” की भावना को मजबूत करती है। उन्होंने आश्वासन दिया कि केंद्र सरकार समाज के सभी वर्गों और धर्मों के साथ मिलकर राष्ट्र निर्माण के प्रयासों को आगे बढ़ाती रहेगी।

गौरतलब है कि सिरो-मलाबार चर्च भारत के सबसे पुराने ईसाई समुदायों में से एक है, जिसकी उत्पत्ति सेंट थॉमस द एपोस्टल से जुड़ी मानी जाती है। यह चर्च मुख्य रूप से केरल में केंद्रित है, लेकिन देशभर और विदेशों में इसके अनुयायी हैं। चर्च प्रमुख मार राफेल थट्टिल ने प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद कहा कि भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत विश्व के लिए प्रेरणा है, और देश के नेतृत्व में सभी समुदायों के बीच सहयोग और सौहार्द की भावना बनी रहे, यही चर्च की प्रार्थना है। प्रधानमंत्री मोदी और चर्च प्रतिनिधियों के बीच यह बैठक ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, और सबका प्रयास’ के दृष्टिकोण को और प्रबल करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
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