दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मई महीने में तीन देशों के दौरे पर जा सकते हैं. वे मई के पहले हफ्ते में जर्मनी, डेनमार्क और फ्रांस के दौरे पर होंगे. ये इस साल की पीएम मोदी की पहली विदेश यात्रा होने जा रही है, ऐसे में इसके मायने काफी ज्यादा निकाले जा रहे हैं.
इस समय रूस-यूक्रेन का युद्ध जारी है, इस वजह से भी पीएम मोदी के इस दौरे के मायने काफी ज्यादा बढ़ गए हैं. भारत ने इस युद्ध को लेकर एक न्यूट्रल स्टैंड ले रखा है और एक बार भी रूस के खिलाफ वोटिंग नहीं की है. ऐसे में यूरोपीय देशों के दौरे के दौरान पीएम मोदी उस तल्खी को दूर करने का प्रयास कर सकते हैं. रूसी तेल खरीदने को लेकर भी जो विवाद शुरू हुआ है, उस पर भी चर्चा संभव है.
भारत सरकार में एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया है कि यूरोप संग भारत के रिश्ते काफी महत्वपूर्ण हैं. ऐसे में इस दौरे के दौरान भी पीएम मोदी द्वारा सबसे ज्यादा क्षेत्रीय सहयोग, व्यापार और अर्थव्यवस्था पर जोर दिया जाएगा. भारत की चिंता इस समय ये भी है कि यूरोपीय यूनियन देश के लिहाज से तीसरा सबसे बड़ा ट्रेडिंग पार्टनर है. ऐसे में रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से उस साझेदारी पर कोई असर ना पड़े, भारत इसका पूरा प्रयास करने वाला है.