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पीएम मोदी ने वाराणसी से दी 6,700 करोड़ की परियोजनाओं की सौगात

jantaserishta.com
20 Oct 2024 2:27 PM GMT
पीएम मोदी ने वाराणसी से दी 6,700 करोड़ की परियोजनाओं की सौगात
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वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी से 6,700 करोड़ रुपये की विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि काशी के लिए आज का दिन अत्यंत शुभ है और यह विकास की एक नई गाथा का साक्षी बनने जा रहा है।
प्रधानमंत्री ने बताया कि 6,700 करोड़ रुपये के विभिन्न प्रोजेक्ट्स में एयरपोर्ट, शिक्षा, स्वास्थ्य, खेल और पर्यटन से जुड़े कई विकास कार्य शामिल हैं। उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी पूरी टीम को बधाई दी। उन्होंने कहा कि कभी उत्तर प्रदेश को खराब सड़कों के लिए ताने सुनने पड़ते थे, लेकिन आज यह राज्य एक्सप्रेस-वे प्रदेश के रूप में जाना जाता है। यहां सबसे अधिक अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे हैं, और जल्द ही जेवर में एक भव्य इंटरनेशनल एयरपोर्ट भी बनकर तैयार हो रहा है।
प्रधानमंत्री ने सीएम योगी की सरकार की प्रशंसा करते हुए कहा कि राज्य में तेजी से विकास कार्य हो रहे हैं और राज्य अब निवेश तथा रोजगार का बड़ा केंद्र बनता जा रहा है।
उन्होंने बताया कि इस बार की परियोजनाओं में उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के अलग-अलग एयरपोर्ट का भी शुभारंभ किया गया है, जिसमें बाबतपुर के अलावा आगरा और सहारनपुर के एयरपोर्ट भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं से इन राज्यों में रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे और आम लोगों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।
पीएम मोदी ने कहा कि जब देश की जनता ने तीसरी बार उन्हें सेवा का अवसर दिया, तो उन्होंने तीन गुना गति से काम करने का वादा किया था। अभी केवल सवा सौ दिन ही हुए हैं, और इस दौरान 15 लाख करोड़ रुपये से अधिक की योजनाओं पर काम शुरू हो चुका है। उन्होंने कहा, "10 साल पहले सरकार के घोटालों की खबरें छाई रहती थीं, जबकि आज देश के विकास की खबरें घर-घर में चर्चा का विषय हैं।"
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार का उद्देश्य जनता का पैसा जनता पर ही खर्च करना है और इसे पूरी ईमानदारी से करना हमारी प्राथमिकता है। उन्होंने जोर दिया कि पिछले 10 साल में देश में इंफ्रास्ट्रक्चर विकास पर बड़ा काम हुआ है। हाईवे, रेलवे ट्रैक और पुल जैसी परियोजनाओं से नागरिकों को सुविधा मिल रही है और रोजगार के नए अवसर उत्पन्न हो रहे हैं।
उन्होंने युवाओं को राजनीति में आगे लाने की प्रतिबद्धता जताते हुए कहा कि वह एक लाख ऐसे युवाओं को राजनीति में लाएंगे, जिनका राजनीति से कोई पुराना संपर्क नहीं रहा हो। युवाओं को परिवारवादियों से सतर्क रहना चाहिए क्योंकि वे देश और युवाओं का नुकसान करते हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि समाज का विकास तभी हो सकता है जब महिलाएं और नौजवान सशक्त हों। सरकार ने मुद्रा लोन जैसी योजनाओं के माध्यम से महिलाओं को व्यापार करने की सहूलियत दी है। गांव-गांव में महिलाएं अब लखपति दीदी और ड्रोन पायलट बन रही हैं।
काशी की धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर की ओर इशारा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि काशी में मां अन्नपूर्णा स्वयं भगवान शिव को भिक्षा देती हैं, और इसलिए यहां नारी शक्ति का सम्मान और सशक्तिकरण विशेष महत्व रखता है। प्रधानमंत्री ने यह भी घोषणा की कि सरकार जल्द ही तीन करोड़ और नए घर बनाने जा रही है, जिसमें वाराणसी की उन महिलाओं को भी शामिल किया जाएगा, जिन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं मिला है। इसके अलावा, उन्होंने मुफ्त बिजली योजना की भी चर्चा की, जिससे महिलाओं के जीवन को और अधिक सरल बनाया जाएगा।
वाराणसी में सारनाथ के विकास से जुड़ी करोड़ों रुपये की परियोजनाओं का भी लोकार्पण हुआ। प्रधानमंत्री ने कहा, "सारनाथ का पाली और प्राकृत भाषा से गहरा नाता है, और यह हमारे लिए गर्व की बात है कि हमने इन्हें शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिया है। काशी के विकास के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं, और यह शहर अब शहरी विकास का एक मॉडल बनता जा रहा है।"
उन्होंने गंगा नदी पर अंग्रेजों के जमाने में बने मालवीय पुल के बगल में बनने वाले नये डबल डेकर ब्रिज की चर्चा करते हुए कहा कि इससे वाराणसी और चंदौली की जनता को बहुत लाभ मिलेगा। वाराणसी में खेल और शिक्षा के क्षेत्र में भी कई नई परियोजनाओं का उद्घाटन हुआ। प्रधानमंत्री ने कहा कि काशी अब खेलों का एक बड़ा केंद्र बनता जा रहा है। उन्होंने सिगरा स्टेडियम का उदाहरण दिया, जहां ओलंपिक और राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए खिलाड़ी प्रशिक्षण लेंगे। इसके अलावा, गंजारी स्टेडियम, सुंदर गलियों और साफ-सुथरे घाटों ने काशी की पहचान को और मजबूती दी है।
अपने भाषण में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आखिर क्यों काशी को इतने लंबे समय तक विकास से वंचित रखा गया। उन्होंने परिवारवाद और जातिवाद की राजनीति पर प्रहार करते हुए कहा कि 10 साल पहले तक बनारस को विकास के लिए तरसाया गया, और उन लोगों ने इसे विकास से दूर रखा जो उत्तर प्रदेश और दिल्ली में सत्ता में थे। प्रधानमंत्री ने कहा, "हमारी सरकार 'सबका साथ, सबका विकास' के मंत्र पर चलती है, और हम योजनाओं में भेदभाव नहीं करते।" प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि काशी एक बार फिर से देश को गति देने का माध्यम बन रही है। वाराणसी में हो रहे विकास कार्य न केवल इस शहर की समृद्धि को बढ़ाएंगे, बल्कि पूरे देश के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
प्रधानमंत्री ने भोजपुरी में जनता को संबोधित करते हुए वाराणसी और पूरे देश को विकास की नई ऊंचाई पर ले जाने का संकल्प दोहराया। उन्होंने कहा, "घरे आवे क मौका मिलल ह। आज चेतगंज में नकटैया क मेला भी ह। धनतेरस, दीपावली और छठी मइया क त्योहार आवत ह। आज काशी विकास के पर्व क साक्षी बनत ह। आप सबके बहुत बधाई।"
इस अवसर पर राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, सीएम योगी आदित्यनाथ तथा वर्चुअल माध्यम से अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री और राज्यपाल, कई केंद्रीय मंत्री, उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्य, प्रदेश सरकार में मंत्रीगण और विधायकगण मौजूद रहे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को वाराणसी से राष्ट्र को 6,700 करोड़ रुपये की 23 विकास परियोजनाओं की सौगात दी। इस अवसर पर उन्होंने वाराणसी की 3,200 करोड़ से अधिक की 16 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। ये परियोजनाएं शहर में आधारभूत ढांचे को मजबूत बनाने, रोजगार के नए अवसर पैदा करने और नागरिकों की जीवनशैली को बेहतर बनाने में सहायक होंगी। प्रधानमंत्री ने वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे के विस्तार के लिए भी महत्वपूर्ण घोषणा की।
लगभग 2,870 करोड़ की लागत से हवाई अड्डे के रनवे के विस्तार, एक नए टर्मिनल भवन के निर्माण और संबद्ध कार्यों की आधारशिला रखी गई। इससे हवाईअड्डे की क्षमता और सुविधाओं में विस्तार होगा, जिससे पर्यटकों और व्यापारियों के लिए वाराणसी और पूर्वांचल की कनेक्टिविटी और विकास में महत्वपूर्ण मदद मिलेगी।
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