पीएम मोदी ने कुशीनगर में 180 करोड़ की विकास परियोजनाओं की दी सौगात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बौद्ध धर्म के अनुयायियों के एक प्रमुख 'तीर्थस्थल' कुशीनगर में 260 करोड़ रुपये की लागत से 589 एकड़ में बने अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का बुधवार सुबह उद्घाटन किया. उन्होंने कहा कि कुशीनगर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे की ये सुविधा एक प्रकार से बौद्ध समाज की श्रद्धा को अर्पित पुष्पांजलि है.
प्रधानमंत्री अपनी इस यात्रा के दौरान राजकीय मेडिकल कॉलेज समेत 12 अन्य परियोजनाओं का भी शिलान्यास और लोकार्पण किया. कार्यक्रम के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत कई राजनेता मौजूद रहे. पीएम मोदी ने कहा, 'भगवान बुद्ध से जुड़े स्थानों को विकसित करने के लिए, बेहतर कनेक्टिविटी के लिए, श्रद्धालुओं की सुविधाओं के निर्माण पर भारत द्वारा आज विशेष ध्यान दिया जा रहा है. कुशीनगर का विकास, यूपी सरकार और केंद्र सरकार की प्राथमिकताओं में है.'उन्होंने नए हवाई मार्गों के बारे में जानकारी दी. पीएम ने कहा, 'उड़ान योजना के तहत बीते कुछ सालों में 900 से अधिक नए रूट्स को स्वीकृति दी जा चुकी है, इनमें से 350 से अधिक पर हवाई सेवा शुरु भी हो चुकी है. 50 से अधिक नए एयरपोर्ट या जो पहले सेवा में नहीं थे, उनको चालू किया जा चुका है.'
इस दौरान पीएम ने एयर इंडिया का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा, 'देश का एविएशन सेक्टर प्रोफेशनली चले, सुविधा और सुरक्षा को प्राथमिकता मिले, इसके लिए हाल में एयर इंडिया से जुड़ा बड़ा कदम देश ने उठाया है. ऐसा ही एक बड़ा रिफॉर्म डिफेंस एयरस्पेस को सिविल यूज के लिए खोलने से जुड़ा है.' केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जानकारी दी कि कुशीनगर से दिल्ली की हफ्ते में 4 फ्लाइट की सेवा 26 नवंबर से शुरू हो जाएगी. इसके बाद आर्थिक राजधानी मुंबई से भी सीधी उड़ान की व्यवस्था करवाई जाएगी. राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों इंटरनेशनल एयरपोर्ट के उद्घाटन, राजकीय मेडिकल कॉलेज के शिलान्यास और 12 अन्य विकास परियोजनाओं की सौगात पाकर कुशीनगर 20 अक्टूबर से विकास की नई उड़ान भरने और अपनी सुदृढ़ पहचान बनाने को तैयार है. इस हवाई अड्डे से जहां तथागत की महापरिनिर्वाण स्थली का ऐतिहासिक गौरव और समृद्ध होगा, वहीं प्रस्तावित मेडिकल कॉलेज 40 लाख लोगों के जीवन में संजीवनी सरीखा उपहार होगा. इसके साथ ही बाढ़ सुरक्षा, सड़क और ज्ञानालयों से जुड़ी परियोजनाएं जिले की खुशहाली बढ़ाएंगी. नागरिक उड्डयन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि कुशीनगर का अंतरराष्ट्रीय विमानतल 589 एकड़ में 260 करोड़ रुपये की लागत से बना है और इसके एप्रन पर चार बड़े हवाई जहाज एक साथ खड़े हो सकते हैं. प्रदेश के सबसे बड़े रनवे (3200 मीटर) वाले इस विमानतल के शुरू होने के साथ ही पर्यटन विकास, निवेश, रोजगार का बड़ा प्लेटफॉर्म तैयार हो रहा है. साथ ही देश के सांस्कृतिक संबंधों का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और विस्तार होगा.